Hello friends! आज मैं आपको इस article में Multivalued Dependency in Hindi (मल्टीवैल्यूड डिपेंडेंसी क्या है?) के बारें तथा join dependency in Hindi के बारें में पूरी आसान भाषा में बताऊंगा. मैंने इससे पहले भी database management system से सम्बन्धित और भी पोस्ट लिखे हुए हैं आप उन्हें भी पढ़ सकते है.
What is Multivalued Dependency in Hindi
- Multivalued Dependency तब होती है जब एक table में दो attributes एक दूसरे से स्वत्रंत (independent) होते है लेकिन ये दोनों किसी तीसरे attribute पर निर्भर (depend) रहते हैं.
- Multivalued Dependency में कम से कम दो attributes होते हैं जो एक तीसरे attribute पर निर्भर होते हैं इसलिए इसमें हमेशा कम से कम तीन attributes की आवश्यकता होती है।
उदाहरण के लिए:- माना कि एक mobile बनाने वाली company एक साल में दो color (white और black) के mobiles बनाती हैं:-
MOBILE_MODEL | MANUF_YEAR | COLOR |
---|---|---|
NOKIA12 | 2010 | White |
NOKIA12 | 2010 | Black |
NOKIA15 | 2015 | White |
NOKIA15 | 2015 | Black |
NOKIA23 | 2017 | White |
NOKIA23 | 2017 | Black |
ऊपर दी गयी table में तीन column है, यहाँ कॉलम COLOR और MANUF_YEAR एक दूसरे से independent है परन्तु वे MOBILE_MODEL पर depend है.
इस case में, इन दोनों columns को MOBILE_MODEL पर multivalued dependent कहा जा सकता है.
इस प्रकार की dependency को निम्नलिखित प्रकार प्रदर्शित किया जाता है:-
MOBILE_MODEL → → MANUF_YEAR
MOBILE_MODEL → → COLOR
Join Dependency in Hindi – जॉइन डिपेंडेंसी क्या है?
यदि एक table को बहुत सारीं tables में मिलाकर create किया जाए और इस table के प्रत्येक table के पास attributes का subset होता है. तो टेबल में join dependency होती है.
यह multivalued dependency का एक generalization है.
जॉइन डिपेंडेंसी, 5NF से संबंधित हो सकती है, जिसमें एक relation 5NF में होता है अगर यह पहले से ही 4NF में है और इसे आगे decompose नहीं किया जा सकता है।
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निवेदन:- आशा करता हूँ दोस्तों कि आपको यह पोस्ट अवश्य ही समझ में आई होगी, इसे अपने दोस्तों के साथ whatsapp और facebook में अवश्य share करें, और आपके DBMS से सम्बन्धित कोई भी question हो तो कमेंट के द्वारा बता सकते है. thanks.