फ़ायरवॉल क्या है और इसके प्रकार – Firewall in Hindi & Types

हेल्लो दोस्तों! आज हम इस पोस्ट में What is Firewall in Hindi & Types (फ़ायरवॉल क्या है और इसके प्रकार) के बारें में पढेंगे. इसे बहुत ही आसान भाषा में लिखा गया है. इसे आप पूरा पढ़िए, यह आपको आसानी से समझ में आ जायेगा. तो चलिए शुरू करते हैं:-

Firewall in Hindi – फ़ायरवॉल क्या है?

  • फ़ायरवॉल नेटवर्क को सुरक्षित करने वाला एक डिवाइस या सिस्टम होता है जो कि घुसपैठियों तथा खतरनाक तत्वों को नेटवर्क में एक्सेस करने से रोकता है।
  • दूसरे शब्दों में कहें तो, “फ़ायरवॉल एक नेटवर्क सिक्योरिटी डिवाइस है जो हमारे नेटवर्क तथा कंप्यूटर को हैकर, वायरस और मैलवेयर से बचाकर रखता है.”
  • फ़ायरवॉल को किसी प्राइवेट नेटवर्क तथा इंटरनेट के बीच स्थापित किया जाता है और इन दोनों के बीच डेटा का जितना भी आदान-प्रदान होता है वह फ़ायरवॉल से होकर गुजरता है। Firewall एक दीवार की तरह कार्य करता है जो कि आग रूपी हानिकारक डेटा से नेटवर्क को सुरक्षित करता है।
  • फ़ायरवॉल हार्डवेयर तथा सॉफ्टवेयर दोनों प्रकार का होता है।
  • फ़ायरवॉल हमारे नेटवर्क के लिए फ़िल्टर की तरह कार्य करता है जो हानिकारक डेटा को नेटवर्क में आने से रोक देता है। उदाहरण के लिए – जिस प्रकार पानी को साफ़ करने वाली मशीन पानी को फ़िल्टर करके पानी में से हानिकारक कीटाणुओं और गंदगी को साफ़ करती है उसी प्रकार Firewall भी नेटवर्क में मौजूद हानिकारक डेटा को फ़िल्टर करता है.
  • फ़ायरवॉल उसी ट्रैफिक को अपने से गुजरने देता है जो उसकी policy (नियमों) के अनुसार सही हो। यह हानिकारक ट्रैफिक को ब्लॉक कर देता है.
  • फ़ायरवॉल किसी भी प्रकार के attack के लिए एक दीवार की तरह कार्य करता है। जिससे hacker नेटवर्क को हैक नही कर पाते है और जिससे हमारी सारी महत्वपूर्ण सूचना चोरी हो जाने से बच जाती है।
  • वह प्रत्येक व्यक्ति जो अपने कंप्यूटर से इंटरनेट को access करता है उसको अवश्य ही फ़ायरवॉल का उपयोग करना चाहिए।
  • फ़ायरवॉल का मुख्य कार्य साइबर अटैक को रोकना, संवेदनशील डेटा की सुरक्षा करना, तथा नेटवर्क और कंप्यूटर की गोपनीयता (Privacy) बनाये रखना होता है.
  • Firewall नेटवर्क में आने वाले और नेटवर्क से जाने वाले ट्रैफिक को मॉनिटर करता है और अपने नियमों के आधार पर ट्रैफिक को allow और block करता है.

इसे पढ़ें:- एंटीवायरस क्या है?

Types of firewall in Hindi – फ़ायरवॉल के प्रकार

फ़ायरवॉल निम्नलिखित प्रकार के होते है:-

1– Packet Filter Firewall (पैकेट फ़िल्टर फ़ायरवॉल)

पैकेट फ़िल्टर फ़ायरवॉल OSI मॉडल की तीसरी लेयर (नेटवर्क लेयर) में कार्य करता है। यह फ़ायरवॉल अंदर जाने वाले तथा बाहर आने वाले पैकेटों को analyze करता है और इसके बाद केवल उन्हीं पैकेटों को अपने से गुजरने देता है जो फ़ायरवॉल की policy (नियमों) के अनुसार सही हों।

यह फ़ायरवॉल प्रत्येक पैकेट की अच्छी तरह से जाँच करता है और इसके बाद निर्णय लेता है कि यह पैकेट आगे भेजना चाहिए या नही। यह प्राइवेट नेटवर्क को घुसपैठ से बचाता है।

Packet filter firewall दो प्रकार के होते है जो निम्न है:-

  • Stateless Packet Filter
  • Stateful Packet Filter

(a):- Stateless packet filter

इस फ़ायरवॉल में पैकेट्स के बारें में जानकारी मौजूद नही होती है। इस प्रकार के फ़ायरवॉल को static फ़ायरवॉल भी कहते है। यह फ़ायरवॉल कम सुरक्षा प्रदान करता है।

(b):- Stateful packet filter

इस फ़ायरवॉल में पैकेट्स के बारें में जानकारी मौजूद होती है। इसे dynamic firewall भी कहते है। यह फ़ायरवॉल अधिक सुरक्षा प्रदान करता है।

2- Application Level Gateway Firewall (एप्लीकेशन लेवल गेटवे फ़ायरवॉल)

एप्लीकेशन लेवल गेटवे फ़ायरवॉल को Application Proxy भी कहा जाता है। यह फ़ायरवॉल OSI मॉडल की 7वी लेयर (एप्लीकेशन लेयर) पर कार्य करता है.

यह फ़ायरवॉल एप्लीकेशन की सूचना के आधार पर पैकेट को अपने से गुजरने देता है या पैकेट को रोक देता है। एप्लीकेशन की सूचना पैकेट में मौजूद रहती है।

यह फ़ायरवॉल एक प्रकार का proxy server है जो कि applications को proxy प्रदान करता है।

3- Circuit-level gateway firewall (सर्किट लेवल गेटवे फ़ायरवॉल)

सर्किट लेवल गेटवे फ़ायरवॉल OSI मॉडल की पांचवी लेयर (session layer) में कार्य करता है। यह फ़ायरवॉल TCP(transmission control protocol) और UDP(user datagram protocol) को सुरक्षा प्रदान करता है।

यह फ़ायरवॉल TCP और UDP में प्रत्येक पैकेट को analyze करता है तथा फ़ायरवॉल policy के अनुसार यह पैकेटों पर action लेता है।

इसे पढ़ें:-

  • नेटवर्क सिक्योरिटी क्या है और इसके principles क्या हैं?
  • VPN क्या है?

फ़ायरवॉल के लाभ – Advantages of Firewall in Hindi

Firewall के निम्नलिखित लाभ होते हैं:-

1:- Privacy & Security (प्राइवेसी और सुरक्षा)

फ़ायरवॉल यूजर को प्राइवेसी और सुरक्षा प्रदान करता है. यह नेटवर्क में आने वाले अंजान व्यक्तियों को ब्लॉक कर देता है. यह सिर्फ विश्वसनीय लोगों को ही नेटवर्क में आने की अनुमति देता है.

इसके अलावा यह हमारे नेटवर्क तथा कंप्यूटर को वायरस और हैकर से बचाता है जिससे हमारी सुरक्षा अधिक मजबूत होती है.

2:- Traffic Monitoring (ट्रैफिक की निगरानी)

फ़ायरवॉल नेटवर्क में आने वाले और नेटवर्क से जाने वाले सभी प्रकार के ट्रैफिक की निगरानी करता है. और कुछ गलत गतिविधि मिलने पर उसे रोकता है।

3:- Malware & Spyware (मैलवेयर और स्पाईवेयर)

यह हमारे नेटवर्क और कंप्यूटर में मैलवेयर और स्पाईवेयर जैसे हानिकारक सॉफ्टवेयर को आने से रोकता है.

4:- Website Blocking (वेबसाइट को ब्लॉक करना)

यह इन्टरनेट में मौजूद खतरनाक वेबसाइट को ब्लॉक कर देता है ताकि कोई यूजर गलती से भी उस वेबसाइट को एक्सेस ना कर पाए.

5:- Network Segmentation (नेटवर्क सेगमेंटेशन)

नेटवर्क सेगमेंटेशन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें बड़े नेटवर्क को छोटे-छोटे नेटवर्क में विभाजित किया जाता है. फ़ायरवॉल की मदद से हम बड़े नेटवर्क को छोटे-छोटे networks में विभाजित कर सकते हैं.

फ़ायरवॉल के नुकसान – Disadvantages of Firewall in Hindi

1:- फ़ायरवॉल को अपने नेटवर्क या कंप्यूटर में स्थापित करना एक बहुत ही मुश्किल काम है और इसे स्थापित करने में बहुत समय भी लग जाता है.

2:- यह नेटवर्क की परफॉरमेंस को प्रभावित करता है.

3:- कुछ फ़ायरवॉल VPN (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) को सपोर्ट नहीं करते हैं.

4:- इसकी कीमत अधिक होती है, यह महंगा है.

5:- Firewall उस कंप्यूटर को सुरक्षित नहीं कर सकता जो पहले से ही infected हो गया है.

इसे पढ़ें:-

  • Firewall Configuration in Hindi – फ़ायरवॉल कॉन्फ़िगरेशन क्या है?
  • वायरस क्या है और इसके प्रकार

फ़ायरवॉल से आप क्या समझते हैं?

फ़ायरवॉल एक सुरक्षा उपकरण है जो network में आने और network से जाने वाले traffic की सुरक्षा का ध्यान रखता है। जिससे network में ऐसे traffic को आने से रोका जा सकें। जिससे कंप्यूटर के डेटा या सूचना को किसी प्रकार का नुकसान न पहुँचे।

फायरवॉल का कार्य क्या है?

Firewall एक प्रकार का साइबर सुरक्षा उपकरण है जिसका उपयोग किसी नेटवर्क पर ट्रैफ़िक को फ़िल्टर करने के लिए किया जाता है। यह एक सुरक्षित आंतरिक नेटवर्क और एक असुरक्षित बाहरी नेटवर्क के बीच एक अवरोध पैदा करता है।

Reference:– https://www.geeksforgeeks.org/introduction-of-firewall-in-computer-network/

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