हेल्लो दोस्तों! आज हम इस पोस्ट में What is Multimedia in Hindi (मल्टीमीडिया क्या है?) के बारें में पढेंगे और इसके components को भी देखेंगे. इसे आप पूरा पढ़िए, आपको यह आसानी से समझ में आ जायेगा. तो चलिए शुरू करते हैं:-
Multimedia in Hindi – मल्टीमीडिया क्या है?
- Multimedia एक प्रकार का माध्यम (medium) है जिसकी मदद से हम data और information को एक जगह से दूसरी जगह ट्रांसफर कर सकते है।
- Multimedia दो शब्दों से मिलकर बना हुआ है पहला “multi” और दूसरा “media’. इसमें multi का मतलब होता है “बहुत सारें” और media का मतलब होता है “माध्यम”.
- मल्टीमीडिया बहुत सारीं media से मिलकर बना हुआ होता है जैसे कि- text, audio, video, image, graphics और animation.
- इसका example – एक वेबसाइट मल्टीमीडिया का सबसे बेहतर उदाहरण है जिसमें ऑडियो, वीडियो, टेक्स्ट, इमेज आदि सभी मौजूद होती है।
- Multimedia की सहायता से हम information को बहुत तरीकों से represent (प्रस्तुत) कर सकते हैं।
- इसका प्रयोग बहुत सारें क्षेत्रों में किया जाता है जैसे कि- education (शिक्षा) के क्षेत्र में, business के क्षेत्र में आदि।
- Multimedia एक-दुसरे से communication करने का साधन है जो एक user की जानकारी को दुसरे user तक टेक्स्ट , ग्राफ़िक्स , ऑडियो और वीडियो के form (रूप) में share करता है।
- मल्टीमीडिया की मदद से जानकारी प्राप्त करने के लिए user के पास कंप्यूटर या कोई डिजिटल device होना चाहिए। क्योकि बिना कंप्यूटर या डिजिटल device के कोई भी user ना ही communication कर पायेगा और ना ही जानकारी प्राप्त कर पायेगा।
Types of Multimedia in Hindi – मल्टीमीडिया के प्रकार
मल्टीमीडिया के दो प्रकार होते हैं जो कि नीचे दिए गए हैं-
1 – Linear Multimedia
Linear multimedia को Non-interactive मल्टीमीडिया भी कहा जाता है। इसमें यूजर किसी भी media के साथ interact नही कर सकता।
उदाहरण के लिए – जब हम TV में कोई Movie देखते है तो हम सिर्फ उस मूवी को देख सकते है परंतु उसके साथ कोई इंटरैक्ट नही कर सकते।
Linear multimedia का मुख्य उद्देश्य जानकारी को एक sequence (क्रम) में प्रस्तुत करना होता है।
यह एक तरह का logical flow है जिसमें information को शुरू से लेकर अंत तक दिखाया जाता है। linear मल्टीमीडिया audience के साथ interact नहीं करता है।
इस मल्टीमीडिया का ज्यादातर प्रयोग meetings के लिए, training देने के लिए, seminar आदि के लिए किया जाता है।
2 – Non-Linear Multimedia
Non-linear multimedia को interactive multimedia भी कहते है। इसमें यूजर मीडिया के साथ interact कर सकता है।
Non-linear मल्टीमीडिया जानकारी को एक sequence में प्रस्तुत नहीं करता है। यह यूजर की जरूरत के अनुसार काम करता है।
उदाहरण के लिए – जब हम कंप्यूटर में कोई game खेलते हैं तो हम उस गेम के साथ interact करते हैं। एक गेम में buttons होते हैं जिनकी मदद से हम उसे खेलते हैं।
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Components of Multimedia in Hindi – मल्टीमीडिया के घटक
इसके मुख्य रूप से 5 components होते हैं जो कि निम्नलिखित हैं-
- Text
- Graphics
- Animation
- Audio
- Video
Text
- Text किसी information को प्रस्तुत करने का सबसे सामान्य तरीका है।
- मल्टीमीडिया में, text का इस्तेमाल title, headline, और menu आदि के लिए किया जाता है।
- किसी भी word और paragraph को लिखने के लिए text का इस्तेमाल किया जाता है। text के बहुत सारे fonts, और size होते है।
- Text file को देखने के लिए सबसे ज्यादा notepad, और Microsoft word का प्रयोग किया जाता है।
- Text file के formats हैं – .DOC, .TXT, और .pdf आदि।
- पुराने समय से लेकर आज तक text के माध्यम से ही ज्यादातर information को साझा (share) किया जाता है।
- Text एक लिखित जानकारी होती है जिसकी मदद से लोग पढ़कर उस जानकारी को प्राप्त करते है। multimedia में लिखित जानकारी को बढ़ावा देने के लिए text में photos और graphics को जोड़ा जाता है। ताकि user और भी ज्यादा अच्छे तरीके से text को पढ़ सके।
Graphics
- डिजिटल जानकारी को फोटो या चित्र के माध्यम से शेयर करने के लिए graphics का इस्तेमाल किया जाता है।
- ग्राफ़िक्स एक non text फॉरमेट है जिसमे text का use नहीं किया जाता।
- अगर किसी user को ज्यादा मात्रा में text पढ़ने की आदत नहीं होती। उस स्थिति में वह user ग्राफ़िक्स की मदद से information को प्राप्त कर सकता है।
- इसके अलावा ग्राफ़िक्स का इस्तेमाल किसी भी topic को अच्छे तरीके से समझने के लिए किया जाता है। जैसे कि – आजकल स्कूल में बच्चों को ग्राफ़िक्स की मदद से पढ़ाया जाता है जिससे वो जल्दी सीखते है।
- Graphics को देखने के लिए windows picture, और internet explorer का ज्यादातर प्रयोग किया जाता है।
- Graphics को बनाने के लिए software की ज़रूरत पड़ती है। और सबसे बेहतर सॉफ्टवेयर adobe Photoshop है। ज्यादातर graphic डिज़ाइनर इसी सॉफ्टवेयर की मदद से ग्राफ़िक्स का निर्माण करते है।
- ग्राफ़िक्स के format हैं – BMP, GIF, JPEG, और PNG आदि।
Animation
- Animation एक प्रक्रिया है जिसमें images को ऐसे बनाया जाता है जिससे लगता है कि ये images हिल रही हो या move कर रही हो।
- एनीमेशन एक तरह से images की movement होती है। जो वीडियो की form में दिखाई देती है। लेकिन हम animation को वीडियो नहीं कह सकते। क्योकि वीडियो के अंदर सभी हिस्से move करते हैं। लेकिन animation में केवल इमेज ही move करती है।
- Multimedia में एनीमेशन काफी ज्यादा लोकप्रिय है। क्योकि एनीमेशन के जरिए user आसानी से information को प्राप्त कर लेता है और आसानी से चीज़ो को समझ जाता है।
- एनीमेशन को देखने के लिए windows pictures और fax viewer का प्रयोग ज्यादा किया जाता है।
Video
- एक वीडियो audio और image से मिलकर बनी होती है। video में audio के हिसाब से इमेज को move किया जाता है।
- Multimedia में वीडियो को सबसे ज्यादा लोकप्रिय माना जाता है। क्योकि वीडियो में आवाज और चित्र होने के कारण user जानकारी को अच्छे तरीके से सीख सकता है।
- Video का सबसे अच्छा उदहारण T.V है। किसी भी वीडियो file को चलाने के लिए बहुत सारे सॉफ्टवेयर का use किया जाता है जैसे कि -, विंडो मीडिया प्लेयर, MX PLAYER आदि।
- वीडियो के फ़ाइल फॉरमेट है- .MOV, JPEG-4, MP4, और AVI आदि।
Audio
- किसी भी प्रकार की आवाज, चाहे वो बात-चीत हो, या कोई music हो सभी audio के अंतर्गत आते है।
- ऑडियो दो प्रकार की होती है – analog और digital. मल्टीमीडिया में digital audio का इस्तेमाल किया जाता है।
- हमारे पास ऑडियो फाइल के बहुत सारे format उपलब्ध है। जैसे MP3, WMA, Wave, MIDI और RealAudio आदि।
Applications of Multimedia in Hindi – मल्टीमीडिया के अनुप्रयोग
इसका इस्तेमाल बहुत सारें क्षेत्रों में किया जाता है. कुछ को नीचे दिया जा रहा है –
1 – Education (शिक्षा) के क्षेत्र में –
शिक्षा के छेत्र में मल्टीमीडिया काफी तेजी के साथ लोकप्रिय हो रहा है। क्योकि दिन प्रति दिन मल्टीमीडिया शिक्षा को आसान बना रहा है।
आजकल हर कॉलेज और स्कूल में वीडियो और ग्राफ़िक्स को दिखाकर पढ़ाई कराई जाती है जिससे students आसानी से topic को समझ जाते हैं।
Multimedia की मदद से छात्र घर बैठे ही शिक्षा को प्राप्त कर सकते है। इसके अलावा जानकारी को आपस में share कर सकते है।
2 – Communication (संचार) के क्षेत्र में
आजकल हम इंसान एक दूसरे से video call में बात कर सकते हैं। यह सब मल्टीमीडिया की वजह से ही संभव हो पाया है।
मल्टीमीडिया ने संचार (communication) करने के तरीके को और भी ज्यादा आसान बना दिया है। क्योकि आज के समय में कोई भी व्यक्ति दुनिया के किसी भी कोने से एक दुसरे के साथ voice call और video call कर सकता है।
कहने का मतलब है की multimedia ने communication को बहुत ही ज्यादा आसान बना दिया है।
3 – Medical (स्वास्थ) के क्षेत्र में
इसका इस्तेमाल medical फील्ड में भी किया जाता है। इसका इस्तेमाल करके डॉक्टर surgery की वीडियो बना सकते है।
इसके अलावा multimedia का इस्तेमाल simulation टेक्नोलॉजी में भी किया जाता है। simulation टेक्नोलॉजी वह टेक्नोलॉजी है जिसमे patient की बीमारी को आसानी से पहचाना जा सकता है। और उसके बाद उस patient का इलाज बीमारी के अनुसार किया जाता है। जिससे patient की जान आसानी से बचाई जा सकती है।
4 – Entertainment (मनोरंजन) के क्षेत्र में –
इसका सबसे ज्यादा उपयोग मनोरंजन के लिए ही किया जाता है। मूवी , वीडियो , animated कार्टून को multimedia की मदद से ही बनाया जाता है।
इसके अलावा मल्टीमीडिया का इस्तेमाल gaming के लिए भी किया जाता है। गेम के picture को डिज़ाइन करने के लिए भी multimedia को उपयोग में लाया जाता है।
5 – Marketing (मार्केटिंग) के क्षेत्र में
इसका इस्तेमाल मार्केटिंग करने के लिए भी किया जाता है। क्योकि advertisement (विज्ञापन) को बनाने के लिए टेक्स्ट , ग्राफ़िक्स , ऑडियो और वीडियो की ज़रूरत पड़ती है। ताकि विज्ञापन को अच्छे से तैयार किया जा सके। एक कंपनी के प्रचार के लिए multimedia बहुत बड़ी भूमिका निभाता है।
6 – Social Media (सोशल मीडिया) के क्षेत्र में
इसका इस्तेमाल सोशल मीडिया के लिए भी किया जाता है। क्योकि सोशल मीडिया में अच्छे post बनाने के लिए multimedia के टूल्स की ज़रूरत पड़ती है। जैसे टेक्स्ट , ग्राफ़िक्स , वीडियो और ऑडियो।
7 – Interior Designing में
इसका इस्तेमाल घर के नक़्शे को डिज़ाइन करने के लिए भी किया जाता है। आज के समय में बहुत से ऐसे software मौजूद है। जिनकी मदद से घर के नक़्शे को आसानी से बनाया जा सकता है। जैसे SketchUp, AutoCAD दो ऐसे सॉफ्टवेयर है जिनकी मदद से घर के नक़्शे को डिज़ाइन किया जा सकता है।
8 – विज्ञान के क्षेत्र में–
विज्ञान के क्षेत्र में इसका इस्तेमाल वैज्ञानिकों के द्वारा नई रिसर्च करने के लिए किया जाता है।
9 – Business (व्यापार) में –
बिज़नेस में मल्टीमीडिया का इस्तेमाल जरूरी हो गया है। इसकी मदद से कंपनी के employee आपस मे एक दूसरे के साथ बात करते हैं। अगर बिज़नेस में कोई परेशानी आती है तो वो वीडियो कॉल में ही उसे solve कर लेते है।
Advantages of Multimedia in Hindi – मल्टीमीडिया के फायदे
इसके फायदे निम्नलिखित हैं-
1 – यह सीखने की क्षमता को बढ़ा देता है।
2 – यह बहुत user-friendly है क्योंकि इसको इस्तेमाल करना काफी ज्यादा आसान होता है।
3 – इसके द्वारा information को share करना काफी ज्यादा आसान होता है।
4 – इसके अंदर जानकारी को प्राप्त करने के लिए बहुत सारे format उपलब्ध है।
5 – मल्टीमीडिया high quality प्रेजेंटेशन तैयार करता है। ताकि user को आसानी से concept समझ में आ जाये।
6 – इसको एक समय पर बहुत सारे लोगो को जानकारी देने के लिए use किया जा सकता है।
7 – यह ट्रेनिंग की cost को घटाता है। क्योकि मल्टीमीडिया की मदद से user घर बैठे ही वीडियो conferencing के जरिये ट्रेनिंग ले सकता है।
Disadvantages of Multimedia in Hindi (मल्टीमीडिया के नुकसान)
इसके नुकसान निम्नलिखित हैं-
- इसको operate करने के लिए विशेष हार्डवेयर की ज़रूरत पड़ती है।
- इसमें information ओवरलोड होने का खतरा बना रहता है।
- यह expensive (महंगा) हो सकता है। क्योकि इसमें ज्यादा resources का इस्तेमाल किया जाता है। जिसके कारण इसकी cost थोड़ी ज्यादा हो सकती है।
- इसकी फाइल्स को load होने में ज्यादा समय का वक़्त लगता है। क्योकि वीडियो और ऑडियो वाली फाइल्स का size काफी ज्यादा बड़ा होता है।
मल्टीमीडिया के कितने प्रकार होते हैं?
इसके दो प्रकार होते हैं – Linear और Non-Linear.
मल्टीमीडिया के कितने components होते हैं?
इसके 5 components होते हैं. Text, Graphic, Video, Animation, Audio.
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