हेल्लो दोस्तों! आज हम इस आर्टिकल में (History of Artificial Intelligence in Hindi – आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इतिहास) के बारें में पढेंगे. इसे बहुत ही आसान भाषा में लिखा गया है. इसे आप पूरा पढ़िए, यह आपको आसानी से समझ में आ जायेगा. तो चलिए शुरू करते हैं:-
History of Artificial Intelligence in Hindi – आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इतिहास
वर्ष 1955 में, Allen Newell और Herbert A. Simon ने सबसे पहले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रोग्राम को विकसित (develop) किया था। इन्होने इस प्रोग्राम का नाम लॉजिक थ्योरिस्ट (Logic Theorist) रखा।
“आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस” शब्द का अविष्कार 1956 में John McCarthy ने किया था. John McCarthy को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का जनक भी कहा जाता है.
वर्ष 1966 में, वैज्ञानिकों ने ऐसे algorithm को विकसित करना शुरू किया जो गणितीय समस्याओं को हल कर सकते थे। इसी वर्ष में Joseph Weizenbaum के द्वारा पहले चैटबॉट (chatbot) का आविष्कार किया गया जिसका नाम एलिसा (Elisa) रखा गया।
वर्ष 1972 में, जापान के द्वारा पहला बुद्धिमान ह्यूमनॉइड रोबोट (intelligent humanoid robot) बनाया गया जिसका नाम WABOT-1 था।
वर्ष 1980 में, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस Expert system के साथ आया। एक्सपर्ट सिस्टम इन्सान की तरह सोचने और निर्णय लेने में सक्षम था।
अमेरिका ने वर्ष 1980 में ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का पहला राष्ट्रीय सम्मेलन (National Conference) स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय (Stanford University) में organize किया था।
वर्ष 1997 में, IBM Deep Blue ने विश्व शतरंज चैंपियन को हराया। IBM Deep Blue पहला कंप्यूटर था जिसने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करके किसी विश्व शतरंज चैंपियन को हराया हो।
वर्ष 2002 में पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने वैक्यूम क्लीनर (vacuum cleaners) के रूप में आया जिसका नाम Roomba था।
ठीक चार साल बाद यानी वर्ष 2006 में AI बिजनेस की दुनिया में आ गया। फेसबुक, ट्विटर और नेटफ्लिक्स जैसी बड़ी कंपनियों के आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस का उपयोग करना शुरू कर दिया।
वर्ष 2011 तक AI तकनीक काफी एडवांस और मॉडर्न हो चुकी थी। क्योंकि इस समय वह पहेलियों को सुलझाने और कठिन समस्याओं को समझने में समर्थ हो चुकी थी। इसके अलावा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मुश्किल सवालों को जल्दी हल करने में सक्षम हो चूका था।
वर्ष 2012 में, गूगल ने Google now नाम के app को विकसित किया जो यूजर को भविष्यवाणी के रूप में जानकारी दे सकता था।
वर्ष 2014 में, AI तकनीक के माध्यम से चैटबॉट को develop किया गया जो लोगो की समस्याओ को सुनकर उनका समाधान करते थे।
वर्ष 2020 में, Baidu ने LinearFold AI अल्गोरिथम को रिलीज़ किया, इस अल्गोरिथम का इस्तेमाल कोरोना की वैक्सीन बनाने के लिए किया गया.
वर्ष 2022 में, ChatGPT ने तहलका मचा दिया। ChatGPT का इस्तेमाल करके हम बहुत सारें काम आसानी से कर सकते हैं।
इसके अलावा –
1987 से 1993 के बीच आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दूसरी शीतकालीन अवधि (winter period) थी। यहां पर अच्छे परिणाम ना मिलने पर सरकार ने AI पर निवेश कम कर दिया था जिसके कारण researchers को पैसे की कमी होने लगी। पहली winter period की अवधि 1974 से 1980 के बीच में थी।
इसे पढ़ें:-
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है और इसके प्रकार
- एक्सपर्ट सिस्टम क्या है?
Reference:– https://www.javatpoint.com/history-of-artificial-intelligence
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