हेल्लो दोस्तों! आज हम इस आर्टिकल में (Object Model in Hindi – ऑब्जेक्ट मॉडल क्या है?) के बारें में पढेंगे. इसे बहुत ही आसान भाषा में लिखा गया है. इसे आप पूरा पढ़िए, यह आपको आसानी से समझ में आ जायेगा. तो चलिए शुरू करते हैं:-
Object Model in Hindi – ऑब्जेक्ट मॉडल क्या है?
ऑब्जेक्ट मॉडल एक लॉजिकल इंटरफ़ेस या सॉफ्टवेयर है जिसे ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड तकनीकों के माध्यम से विकसित (develop) किया जाता है।
यह मॉडल class और उनके मध्य relationship के बारें में बताता है। यह सिस्टम के static structure को प्रस्तुत करता है। Class diagram के द्वारा हम ऑब्जेक्ट मॉडल को ग्राफिक्स के रूप में प्रस्तुत कर सकते हैं। नीचे हम object – oriented कांसेप्ट के बारें में पढ़ने वाले है।
1- Class
- Class एक यूजर के द्वारा define किया हुआ prototype होता है.
- क्लास एकसमान objects का एक समूह होता है.
- एक क्लास, object के लिए एक blueprint होता है.
- इसके पास खुद के data members और member functions होते है जिनका प्रयोग class के instance को create करके किया जाता है.
उदाहरण के लिए:- माना कि हमारे पास Cars नाम की एक class है. और इसमें अलग-अलग name और brands की cars है. परन्तु इन सभी cars में कुछ common properties होंगी. जैसे कि – four wheels, mileage, speed आदि. इसलिए यहाँ पर Cars एक class है और four wheels, mileage, speed इसकी properties हैं.
2- Object
- Object क्लास का एक instance (उदाहरण) होता है. class के सभी members को object के द्वारा access किया जा सकता है.
- यह एक real-world entity है. जैसे कि – chair, pen, book, mobile, laptop आदि.
- दूसरे शब्दों में कहें तो, “object एक ऐसी entity है जिसका state और behaviour होता है.” यहाँ state का मतलब है data और behaviour का मतलब है functionality.
- object एक run-time entity है. इसे runtime में create किया जाता है.
3- Encapsulation
encapsulation एक प्रक्रिया है जो data members और functions को एक single unit में एक साथ combine करके रखता है.
दूसरे शब्दों में कहें तो, “Data और functions को एक साथ एक class के अंदर रखना encapsulation कहलाता है.”
Encapsulation के कारण हम data को direct access नहीं कर सकते और इसे class के functions के द्वारा ही access किया जा सकता है.
Encapsulation की वजह से data सुरक्षित रहता है और उसका गलत इस्तेमाल नहीं होता.
4- Data Hiding
Data Hiding एक object-oriented programming तकनीक है जिसके द्वारा एक object के आंतरिक data members की details को छुपा दिया जाता है.
Data hiding के द्वारा हम class members के access को restrict कर सकते हैं. और object integrity को maintain कर सकते हैं.
यह ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड का एक बहुत ही महत्वपूर्ण कांसेप्ट है जो कि class की details को छुपा (hide) देता है. जिससे कि कोई function गलती से class के बाहर इसे access नहीं कर सकता.
5- Message Passing
मैसेज पासिंग वह प्रक्रिया है जिसके माध्यम से सिस्टम में ऑब्जेक्ट एक दुसरे के साथ कम्यूनिकेट करते है। इसमें ऑब्जेक्ट एक दुसरे को सन्देश भेजता और प्राप्त करता है। मैसेज पासिंग के दो प्रकार होते है पहला synchronous और दूसरा asynchronous . मैसेज पासिंग के माध्यम से दो ऑब्जेक्ट आपस में इंटरैक्ट करते है।
6- Inheritance
inheritance का अर्थ है ‘विरासत’।
एक क्लास के द्वारा दूसरी क्लास के properties(गुणों) तथा methods को inherit कर लेना inheritance कहलाता है।
वह क्लास जो दूसरी क्लास से derived होती है वह subclass कहलाती है तथा वह क्लास जिससे subclass derived हुई होती है वह super class कहलाती है।
Superclass को हम base class भी कहते है तथा subclass को हम derived class भी कहते है।
7- Generalization
यह एक ऐसी प्रक्रिया है superclasses बनाने के लिए सबक्लास को जोड़ा जाता है।
8- Specialization
यह एक रिवर्स प्रक्रिया है जहां पर ऑब्जेक्ट की विशेषताओ का उपयोग करके क्लास को स्पेशल क्लास बनाया जाता है।
9- Links
एक लिंक का कार्य कनेक्शन को रिप्रेजेंट करना होता है जिसके कारण ऑब्जेक्ट दुसरे ऑब्जेक्ट के साथ collaborate करते है। लिंक को ऑब्जेक्ट के बिच फिजिकल और conceptual connection के रूप में परिभाषित किया जाता है। एक लिंक का मुख्य कार्य दो या दो से अधिक वस्तुओ (object) के बिच संबंध (relationship) को दर्शाना (represent) होता है।
10- Association
Association कॉमन स्ट्रक्चर और कॉमन बिहैवियर वाले लिंक का समूह (group) होता है जो एक या एक से अधिक ऑब्जेक्ट के बिच समंध (relationship) को दर्शाता है। एक लिंक को हम एसोसिएशन लिंक भी कह सकते है
- इसे भी पढ़े – ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड डिजाईन क्या है?
Advantages of Object Model in Hindi – ऑब्जेक्ट मॉडल के फायदे
1- ऑब्जेक्ट मॉडल सॉफ्टवेयर को तेज गति से develop करने में मदद करता है।
2- इसे मेन्टेन करके रखना आसान है।
3- इसमें वस्तु , कार्यो और डिजाइनों को दोबारा (reuse) इस्तेमाल किया जा सकता है।
4- यह जोखिम (risk) को कम करता है।
Disadvantages of Object Model in Hindi – ऑब्जेक्ट मॉडल के नुकसान
1- इसमें ओब्जेक्टेड डेटाबेस को अपनाया (adopted) नहीं जाता है।
2- इसकी performance अच्छी नहीं है।
Exam में पूछे जाने वाले प्रश्न
ऑब्जेक्ट मॉडल क्या है?
ऑब्जेक्ट मॉडल एक लॉजिकल इंटरफ़ेस या सॉफ्टवेयर है जिसे ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड तकनीकों के माध्यम से विकसित (develop) किया जाता है।
ऑब्जेक्ट मॉडल का फायदा क्या है?
ऑब्जेक्ट मॉडल सॉफ्टवेयर को तेज गति से develop करने में मदद करता है।
Reference:– https://www.tutorialspoint.com/object_oriented_analysis_design/ooad_object_oriented_model.htm
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