हेल्लो दोस्तों! आज हम इस आर्टिकल में (RISC in Hindi – RISC क्या है?) के बारें में पढेंगे. इसे बहुत ही आसान भाषा में लिखा गया है. इसे आप पूरा पढ़िए, यह आपको आसानी से समझ में आ जायेगा. तो चलिए शुरू करते हैं:-
RISC in Hindi – RISC क्या है?
RISC का पूरा नाम Reduced Instruction Set Computer (रिड्यूस्ड इंस्ट्रक्शन सेट कंप्यूटर) है। यह माइक्रोप्रोसेसर आर्किटेक्चर का एक प्रकार है जिसका इस्तेमाल instruction के execution time को कम करने के लिए किया जाता है।
दूसरे शब्दों में कहें तो, “RISC एक कंप्यूटर आर्किटेक्चर है जो इंस्ट्रक्शन की संख्या को कम और सिमित (limit) करके execution के समय को कम करता है।”
RISC आर्किटेक्चर का मुख्य उदेश्य Instructions की संख्या को कम करके कार्य को तेज गति से करना होता है। यह आर्किटेक्चर सरल instruction format का उपयोग करता है जो आसानी से decode हो जाते है।
RISC में instructions बहुत ही सरल और छोटे होते हैं और ये बहुत तेजी से execute हो जाते हैं।
RISC में जो चिप होती है उसमें बहुत सारें ट्रांजिस्टर का इस्तेमाल किया जाता है जिसके कारण इसे बनाना और भी ज्यादा सस्ता और आसान हो जाता है।
यह आर्किटेक्चर कम हार्डवेयर और लॉजिक का उपयोग करके सिस्टम की performance को बढ़ा सकता है जिसके कारण कार्य तेज गति से पूरा होता है।
इस आर्किटेक्चर की मुख्य विशेषता यह है की यह कठिन से कठिन इंस्ट्रक्शन को तेज गति के साथ execute करता है। इसके अलावा कंप्यूटर के सभी कमांड को आसानी से सभाल सकता है।
RISC को IBM (इंटरनेशनल बिज़नेस मशीन) में एक रिसर्च के दौरान विकसित किया गया था। 1990 के दशक में RISC तकनीक को कंप्यूटर के साथ जोड़ा गया था। और वर्तमान में इसे स्मार्टफोन के साथ भी इस्तेमाल किया जाता है।
इस आर्किटेक्चर का उपयोग करके कठिन इंस्ट्रक्शन को सरल इंस्ट्रक्शन के साथ मिलाकर उनका इस्तेमाल किया जा सकता है।
RISC के कुछ लोकप्रिय उदहारण है :- SUN’s SPARC, PowerPC, Microchip PIC processors, और RISC-V आदि।
इसे भी पढ़े –
- CISC क्या है?
- कंप्यूटर इंस्ट्रक्शंस क्या है?
Features of RISC in Hindi – RISC की विशेषताएं
1- इसका इस्तेमाल single cycle instruction को execute करने के लिए किया जाता है।
2- इसमें बहुत ही कम Addressing Modes होते है।
3- इसमें instructions की संख्या कम होती है।
4- इसमें LOAD और STORE इंस्ट्रक्शन का इस्तेमाल memory को एक्सेस करने के लिए किया जाता है।
5- इस आर्किटेक्चर में pipeline का इस्तेमाल किया जाता है।
6- इसमें बड़ी संख्या में register का प्रयोग किया जाता है।
Advantages of RISC in Hindi – RISC के फायदे
1- RISC के सभी इंस्ट्रक्शन सरल होते है।
2- इसके इंस्ट्रक्शन को execute करना आसान है और यह तेज गति से execute होते है।
3- यह आर्किटेक्चर कंप्यूटर के कार्य करने की speed (गति) को बढ़ाने में मदद करता है।
4- इसके इंस्ट्रक्शन की संख्या छोटी होती है जिसके कारण इसे कम register की आवश्यकता पड़ती है।
5- इस आर्किटेक्चर को विकसित (develop) करना आसान है।
6- इस आर्किटेक्चर को किसी प्रकार की मेमोरी स्पेस की आवश्यकता नहीं होती।
Disadvantages of RISC in Hindi – RISC के नुकसान
1- इस आर्किटेक्चर की परफॉर्मेंस प्रोग्राम और कंपाइलर पर निर्भर करता है। यदि यह दोनों खराब हो जाते है तो इसकी performance भी खराब हो जाएगी।
2- इसे बहुत तेज गति से काम करने वाले मेमोरी सिस्टम की आवश्यकता होती है।
3- इस आर्किटेक्चर को अधिक संख्या में हार्डवेयर की आवश्यकता होती है।
4- इसमें प्रोग्राम और कम्पाइलर कठिन इंस्ट्रक्शन का इस्तेमाल करते है।
5- इसमें बड़ी संख्या में cache memory की आवश्यकता होती है।
Difference Between RISC & CISC in Hindi
RISC | CISC |
RISC का पूरा नाम (रेडूसेड इंस्ट्रक्शन सेट कंप्यूटर) है। | CISC का पूरा नाम (कॉम्प्लेक्स इंस्ट्रक्शन सेट कंप्यूटर) है। |
इसमें छोटी संख्या में निर्देश (instructions) होते है। | इसमें बड़ी संख्या में निर्देश (instructions) होते है। |
इसमें सरल निर्देश होते है। | इसमें जटील (complex) निर्देश होते है। |
यह array को सपोर्ट नहीं करता। | यह array को सपोर्ट करता है। |
इसमें कंडीशन कोड का उपयोग नहीं किया जाता। | इसमें कंडीशन कोड का उपयोग किया जाता है। |
Exam में पूछे जाने वाले प्रश्न
RISC क्या है?
RISC एक कंप्यूटर आर्किटेक्चर है जो इंस्ट्रक्शन की संख्या को कम और सिमित (limit) करके execution के समय को कम करता है।
RISC का फायदा क्या है?
इसके सभी इंस्ट्रक्शन सरल होते है।
Reference:– https://www.tutorialspoint.com/what-is-risc-processor
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