Hello दोस्तों! आज हम इस पोस्ट में What is Signal Generator in Hindi (सिग्नल जनरेटर क्या है?) के बारें में पढेंगे. इसे आप पूरा पढ़िए, यह आपको समझ में आ जायेगा. तो चलिए शुरू करते हैं:-
सिग्नल जनरेटर क्या है? (What is Signal Generator in Hindi)
एक सिग्नल जनरेटर test equipment (परीक्षण उपकरण) का एक हिस्सा होता है जो एक तरंग (wave) के रूप में electrical signal उत्पन्न करता है।
इलैक्ट्रॉनिक प्रयोगशालाओं एवं कर्मशालाओं में विभिन्न कार्यों के लिए दोलित्रों (oscillators) तथा signal generator की आवश्यकता होती है। दौलित्रों में आवृतियाँ (frequencies) उत्पन्न करने तथा उत्पन्न सिग्नल का आयाम नियन्त्रित करने के लिये आउटपुट अटेनुएटर का प्रयोग किया जाता है।
एक signal generator में आवृत्ति उत्पन्न करने के अतिरिक्त माडुलेशन करने की क्षमता भी होती है। यह आयाम माडुलेशन अथवा आवृत्ति माडुलेशन हो सकता है।
Signal generators का उपयोग प्रवर्धकों (amplifiers), रेडियो रिसीवर्स, ट्रांसमीटर्स आदि की testing जैसे-band width, S/Nratio, SWR तथा Gain आदि का मापन करने के लिये किया जाता है।
एक मानक सिग्नल जनरेटर (Standard signal generator) का block diagram नीचे चित्र में प्रदर्शित है। इसके द्वारा उत्पन्न सिग्नल के अभिलक्षणों की परिशुद्धता तथा यथार्थता पर्याप्त उच्च होती है तथा इनकी आवृत्ति व आयाम की range (सीमा) विस्तृत होती है।
इस प्रकार के सिग्नल जनरेटर में, एक RF Oscillator, Modulating system, output attenuator तथा आवश्यक shielding arrangement प्रयोग किये जाते हैं। प्रयोग किया गया दौलित्र एक स्थिर आवृत्ति उत्पन्न करने वाला LC Oscillator होता है। जिसकी आवृत्ति को विस्तृत रेंज में tuned किया जा सकता है। इसके द्वारा उत्पन्न तरंग में कोई विरूपण (distortion) तथा Noise नहीं होनी चाहिये। लगभग 100 KHz से 500 MHz की रेंज के लिये Colpitts Oscillator तथा इससे अधिक तथा 1200 MHz से कम आवृत्ति के लिये Butterfly Oscillator तथा इससे भी अधिक आवृत्ति के लिये reflex klystron oscillator का प्रयोग किया जाता है।
Modulating system, में माडुलेशन के लिये माडुलेटिंग सिग्नल, एक दूसरे ऑसिलेटर द्वारा उत्पन्न किया जाता है यह sine wave, square wave, triangular wave अथवा pulse भी हो सकता है। माडुलेशन AM अथवा FM हो सकता है। यह सब अनुप्रयोग पर निर्भर करता है। जिसके लिये सिग्नल जेनेरेटर प्रयोग में लाया जा रहा है। माडुलेशन के लिये, internal oscillator अथवा External Oscillator का उपयोग किया जाता है। माडुलेशन का स्तर (Percentage of Modulation) परिवर्तन करने के लिये, माडुलेशन ऑसिलेटर की आवृत्ति तथा आयाम परिवर्तनशील होते हैं।
Output attenuators का उपयोग आउटपुट सिग्नल का आयाम निर्धारित करने के लिये किया जाता है। अटेनुएटर का अभिलक्षण (Characteristics) इस प्रकार का होना चाहिये कि सिग्नल विरूपित (distort) न हो।
Signal generator में आवृत्ति स्थायित्व (frequency stability) के लिये रेगुलेटिड पावर सप्लाई का प्रयोग किया जाता है जिससे कि पावर सप्लाई में आने वाले परिवर्तनों से जेनेरेटर को बचाया जा सके। इसके अतिरिक्त temperature compensation devices का प्रयोग भी किया जाना चाहिये।
जनरेटर की आउटपुट फिर से इनपुट में निवेशित न हो, इसके लिये shielding किया जाना अनिवार्य है। अन्यथा विरूपण उत्पन्न हो जाते हैं। विभिन्न परिपथों को विलगित (isolate) करने के लिये buffer amplifier का प्रयोग किया जा सकता है।
Reference:- https://www.electronics-notes.com/articles/test-methods/signal-generators/what-is-a-signal-generator.php
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