हेल्लो दोस्तों! आज हम इस आर्टिकल में (System Software in Hindi – सिस्टम सॉफ्टवेयर क्या है?) के बारें में पढेंगे. इसे बहुत ही आसान भाषा में लिखा गया है. इसे आप पूरा पढ़िए, यह आपको आसानी से समझ में आ जायेगा. तो चलिए शुरू करते हैं:-
System Software in Hindi – सिस्टम सॉफ्टवेयर क्या है?
- System Software एक प्रकार का कंप्यूटर प्रोग्राम है जिसका इस्तेमाल कंप्यूटर को नियंत्रित (control) और मैनेज करने के लिए किया जाता है।
- सिस्टम सॉफ्टवेयर एक ऐसा सॉफ्टवेयर होता है जो कंप्यूटर को चलाने में मदद करता है और उसे काम करने लायक बनाता है।
- सिस्टम सॉफ्टवेयर कंप्यूटर का सबसे प्रमुख सॉफ्टवेयर होता है जो कंप्यूटर सिस्टम को चालू (start) करने में मदद करता है। यदि यह सॉफ्टवेयर कंप्यूटर में नहीं है तो कंप्यूटर स्टार्ट नहीं होगा।
- दूसरे शब्दों में कहें तो, “सिस्टम सॉफ्टवेयर एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जो कंप्यूटर और यूज़र के बीच एक इंटरफेस की तरह कार्य करता है।”
- इसका मुख्य उदेश्य कंप्यूटर के हार्डवेयर और एप्लीकेशन प्रोग्राम को चलाना होता है। या फिर हम कहे सकते है कि सिस्टम सॉफ्टवेयर को कंप्यूटर के हार्डवेयर और एप्लीकेशन प्रोग्राम को चलाने के लिए विकसित (develop) किया गया है।
- सिस्टम सॉफ्टवेयर कंप्यूटर के background में चलता है और खुद ही कंप्यूटर के सभी कार्यो को मैनेज करता है।
- इसे Low level software के नाम से भी जाना जाता है क्योकि इस सॉफ्टवेयर को low level language के माध्यम से बनाया जाता है।
- सिस्टम सॉफ्टवेयर अन्य सॉफ्टवेयर को एक प्लेटफॉर्म प्रदान करता है जिसकी मदद से अन्य सॉफ्टवेयर अपना कार्य आसानी से कर पाते है।
- यह सॉफ्टवेयर तेज गति (speed) से अपने कार्यो को करते है लेकिन इसमें हेरफेर (manipulate) करना मुश्किल होता है।
- System Software के कुछ लोकप्रिय उदहारण हैं – ऑपरेटिंग सिस्टम, फर्मवेयर, एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर, डिस्क फॉर्मेटिंग सॉफ्टवेयर और कंप्यूटर लैंग्वेज ट्रांसलेटर आदि।
इसे भी पढ़े –
- सॉफ्टवेयर क्या है और इसके प्रकार
- ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है
Types of System Software in Hindi – सिस्टम सॉफ्टवेयर के प्रकार
इसके बहुत से प्रकार होते हैं जिनके बारें में नीचे दिया गया है –
1- Operating System (ऑपरेटिंग सिस्टम)
ऑपरेटिंग सिस्टम एक प्रकार का सिस्टम सॉफ्टवेयर है जिसका उपयोग कंप्यूटर के संसाधनों (resources) और कार्यो को मैनेज करने के लिए किया जाता है।
दुसरे शब्दो में कहे तो ऑपरेटिंग सिस्टम एक प्रकार का सॉफ्टवेयर होता है जो यूजर और कंप्यूटर के बीच एक interface के रूप में कार्य करता है।”
ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर में load होने वाला पहला प्रोग्राम होता है। इसे program of programs भी कहते हैं।
ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर के स्टोरेज डिवाइस में स्टोर होता है। इसमें बहुत प्रकार के निर्देश (instructions) होते है जो कंप्यूटर को कार्य करने में मदद करते है।
Operating System के दो प्रकार होते है पहला CUI (करैक्टर यूजर इंटरफ़ेस) और दूसरा GUI (ग्राफ़िक यूजर इंटरफ़ेस) .
ऑपरेटिंग सिस्टम के उदाहरण – विंडोज, एंड्रॉयड, Linux, और Unix आदि हैं।
2- Device Driver (डिवाइस ड्राइवर)
डिवाइस ड्राइवर कंप्यूटर का एक विशेष प्रोग्राम है जो कंप्यूटर को ऑपरेटिंग सिस्टम और अन्य प्रोग्राम के साथ संचार (communication) करने में मदद करता है।
आसान शब्दों में कहें तो, “डिवाइस ड्राइवर एक प्रकार का सिस्टम सॉफ्टवेयर होता है जो कम्प्यूटर से जुड़े हुए हार्डवेयर को चलाने में मदद करता है।”
डिवाइस ड्राइवर एक प्रकार का सॉफ्टवेयर है जो कंप्यूटर हार्डवेयर से जुड़ी कंप्यूटर बस (bus) के द्वारा ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ कम्युनिकेशन करता है।
डिवाइस ड्राइवर कंप्यूटर को अच्छे से काम करने में मदद करते है। यदि यह सॉफ्टवेयर आपके कंप्यूटर में नहीं है तो आपका कंप्यूटर अपने कार्यो को पूरा नहीं कर पायेगा।
यह दो प्रकार के होते है पहला कर्नेल मॉडल डिवाइस ड्राइवर और दूसरा यूजर मॉडल डिवाइस ड्राइवर।
3- Firmware (फर्मवेयर)
फर्मवेयर एक प्रकार का सिस्टम सॉफ्टवेयर होता है जिसे हार्डवेयर की मैमोरी चिप पर स्टोर किया जाता है। फर्मवेयर इस हार्डवेयर को कंट्रोल करता है और इसे दूसरे हार्डवेयर के साथ कम्युनिकेशन करने में मदद करता है।
Firmware के बिना कोई भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस कार्य नहीं कर सकता। जब कोई डिवाइस start (चालू) होता है तो फर्मवेयर भी चालू हो जाता है और डिवाइस के प्रोसेसर को execute करने के लिए कमांड भेजने लगता है।
आजकल प्रत्येक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जैसे कि – टीवी, कंप्यूटर, मोबाइल फोन, और वाशिंग मशीन आदि में firmware मौजूद होता है क्योंकि इसके बिना किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को कंट्रोल कर पाना संभव नहीं है।
फर्मवेयर को “एम्बेडेड सॉफ़्टवेयर” या “एम्बेडेड सिस्टम” के नाम से भी जाना जाता है।
4- Translator (ट्रांसलेटर)
ट्रांसलेटर एक कंप्यूटर प्रोग्राम है जिसका उपयोग हाई लेवल लैंग्वेज को Low level लैंग्वेज में बदलने के लिए किया जाता है।
सरल शब्दो में कहे तो “यह एक प्रकार का सिस्टम सॉफ्टवेयर है जो कंप्यूटर प्रोग्राम को एक भाषा से दूसरी भाषा में बदलने का काम करता है।”
यह जावा, C++, और पायथन आदि में लिखे गए प्रोग्राम को मशीन प्रोग्राम में convert कर देता है। इसके अलावा यह भाषा को बदलते समय उसमे छिपी गलतियों (errors) का पता लगा सकता है।
5- Utility Software (यूटिलिटी सॉफ्टवेयर)
यूटिलिटी सॉफ्टवेयर एक प्रकार का सिस्टम सॉफ्टवेयर है जिसका काम कंप्यूटर हार्डवेयर, ऑपरेटिंग सिस्टम और एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को organize (व्यवस्थित) करना होता है।
दूसरे शब्दों में कहें तो, “यह एक प्रकार का सॉफ्टवेयर है जो यह सुनिश्चित करता है की डिवाइस सही तरीके से काम कर रहा है।”
यूटिलिटी सॉफ्टवेयर कई प्रकार के कार्यो को करता है जैसे :- कंप्यूटर में वायरस का पता लगाना, डेटा का बैकअप लेना, खराब फाइलों को डिलीट करना और डिस्क को मैनेज करना आदि।
यूटिलिटी सॉफ्टवेयर के कुछ लोकप्रिय उदाहरण हैं:- एंटीवायरस, फाइल मैनेजमेंट सिस्टम, डिस्क मैनेजमेंट टूल और डिस्क क्लीनअप टूल आदि।
Functions of System Software in Hindi – सिस्टम सॉफ्टवेयर के कार्य
1- सिस्टम सॉफ्टवेयर कंप्यूटर के आंतरिक कार्यों (internal functions) को control (नियंत्रित) करता है।
2- यह सॉफ्टवेयर मॉनिटर, प्रिंटर, और स्टोरेज जैसे devices को कण्ट्रोल करता है।
3- यह कंप्यूटर के सभी functions को बनाये रखता है ताकि कंप्यूटर सही तरीके से काम कर पाए।
4- यह कंप्यूटर के resources (संसाधनों) को मैनेज करता है।
5- यह हार्डवेयर कॉम्पोनेन्ट के साथ हो रहे संचार (communication) को हैंडल करता है।
6- यह स्टोरेज डिवाइस को कण्ट्रोल करता है।
Advantages of System Software in Hindi – सिस्टम सॉफ्टवेयर के फायदे
1- यह सॉफ्टवेयर तेज गति (speed) से कार्यो को करने में सक्षम होते है।
2- यह कंप्यूटर को चलाने में मदद करता है।
3- यह सिस्टम की performance को बढ़ाने में मदद करता है।
4- यह कंप्यूटर में मौजूद वायरस का पता लगाने में सक्षम है।
5- इस को hack करना मुश्किल होता है।
6- यह विश्वसनीय (reliable) होता है।
7- यह एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को चलाने में मदद करता है।
Disadvantages of System Software in Hindi – सिस्टम सॉफ्टवेयर के नुकसान
1- सिस्टम सॉफ्टवेयर को विकसीत (develop) करना काफी मुश्किल होता है।
2- इस सॉफ्टवेयर में हेरफेर (manipulate) करना मुश्किल होता है।
3- इस सॉफ्टवेयर को समझना यूजर के लिए एक मुश्किल काम है।
4- यह सॉफ्टवेयर काफी महंगे होते है।
5- इस सॉफ्टवेयर को विकसित करने के लिए developers को लो लेवल लैंग्वेज का ज्ञान होना चाहिए।
6- इसे बनाने में काफी समय लगता है।
System Software के उदहारण
- Windows (विंडोज)
- Mac OS (मैक ओएस)
- iOS (आईओएस)
- DOS (डोस)
- Android (एंड्रॉयड)
- Linux (लिनक्स)
- Firmware (फर्मवेयर)
- Microsoft defender (माइक्रोसॉफ्ट डिफेंडर)
- Norton 360 (नॉर्टन 360)
- McAfee Total protection (एमकैफी टोटल प्रोटेक्शन)
- एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर क्या है और इसके प्रकार
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर और सिस्टम सॉफ्टवेयर के बीच अंतर
Application software | System Software |
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर का मुख्य कार्य विशेष प्रकार के कार्यो को पूरा करना होता है। | सिस्टम सॉफ्टवेयर का मुख्य कार्य सिस्टम के संसाधनों को बनाये (maintain) रखना और एप्लिकेशन सॉफ़्टवेयर को चलने का मार्ग (path) प्रदान करना होता है। |
इस सॉफ्टवेयर को develop करने के लिए high level language का उपयोग किया जाता है। | इस सॉफ्टवेयर को develop करने के लिए low level language का उपयोग किया जाता है। |
इन्हे विशेष कार्यो पूरा करने के लिए develop किया गया है। | इन सॉफ्टवेयर को समान्य कार्यो पूरा करने के लिए develop गया है। |
इस सॉफ्टवेयर के बिना सिस्टम चल सकता है। | इस सॉफ्टवेयर के बिना सिस्टम नहीं चल सकता। |
यह सॉफ्टवेयर यूजर के request के अनुसार चालू और बंद होते है। | सिस्टम के चालू होने पर सिस्टम सॉफ्टवेयर चलता है और सिस्टम के बंद होने पर बंद हो जाता है। |
इसके लोकप्रिय उदहारण :- Photoshop, VLC player आदि। | इसके लोकप्रिय उदहारण है:- operating system आदि। |
यह कम जटील होते है। | यह अधिक जटील होते है। |
Exam में पूछे जाने वाले प्रश्न
सिस्टम सॉफ्टवेयर क्या है?
सिस्टम सॉफ्टवेयर एक ऐसा सॉफ्टवेयर होता है जो कंप्यूटर को चलाने में मदद करता है और उसे काम करने लायक बनाता है।
सिस्टम सॉफ्टवेयर का क्या कार्य है?
यह सॉफ्टवेयर मॉनिटर, प्रिंटर, और स्टोरेज जैसे devices को कण्ट्रोल करता है।
Reference:– https://www.geeksforgeeks.org/system-software/
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