DBMS क्या है? एक सरल जानकारी

DBMS का मतलब क्या है | What does DBMS mean?

 

 

DBMS यानि डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम (Database Management System) एक सॉफ्टवेयर है जिसका उपयोग डेटा को स्टोर और मैनेज करने के लिए किया जाता है। इसका मतलब यह है कि यदि आपके पास बड़ी मात्रा में डेटा है, तो आप इसे अच्छी तरह से संग्रहीत और प्रबंधित करने के लिए DBMS का उपयोग कर सकते हैं।

डेटाबेस प्रबंधन प्रणाली का उद्देश्य डेटा को संरचित और व्यवस्थित रखना है ताकि आप इसे आसानी से खोज सकें, जोड़ सकें, अपडेट कर सकें और हटा सकें। यह आपके डेटा को सुरक्षित रखता है, अनधिकृत पहुंच को रोकता है।

DBMS का महत्व | Importance of DBMS

DBMS का महत्व यह है कि यह डेटा को सुरक्षित और संरचित तरीके से संग्रहीत करने में मदद करता है और डेटा को प्रबंधित करना आसान बनाता है। यहां कुछ कारण बताए गए हैं कि DBMS क्यों महत्वपूर्ण है:

1.डेटा सुरक्षा: DBMS डेटा को सुरक्षित रूप से संग्रहीत करने में मदद करता है। यह अनधिकृत पहुंच से डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करता है और डेटा हानि की संभावना को कम करता है।

2.डेटा शेयरिंग: DBMS विभिन्न उपयोगकर्ताओं के बीच डेटा शेयरिंग को सरल बनाता है। यह एक डेटाबेस को एक ही समय में कई उपयोगकर्ताओं द्वारा एक्सेस करने की अनुमति देता है, जिससे सहयोग बढ़ता है।

3.डेटा रूपांतरण: DBMS डेटा को विभिन्न प्रारूपों में संग्रहीत कर सकता है, जिससे डेटा का बेहतर प्रबंधन और विभिन्न अनुप्रयोगों में इसका उपयोग किया जा सकता है।

4.डेटा बैकअप और रिकवरी: डीबीएमएस डेटा का बैकअप बनाने और डेटा हानि के मामले में इसे पुनर्प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करता है, जिससे डेटा की सुरक्षा और अस्तित्व सुनिश्चित होता है।

5.संचार और एप्लिकेशन समर्थन: डीबीएमएस अनुप्रयोगों के साथ अच्छी तरह से संचार और समर्थन कर सकता है। इसके बिना, बड़े और जटिल डेटाबेस का प्रबंधन करना मुश्किल हो सकता है।

6.अद्वितीय डेटा एक्सेस: डीबीएमएस डेटा को एक अद्वितीय तरीके से एक्सेस करने की अनुमति देता है, जिससे डेटा को बेहतर तरीके से सारणीबद्ध तरीके से प्रदर्शित किया जा सकता है और विशेषज्ञता के साथ डेटा का प्रबंधन किया जा सकता है।

DBMS क्या है | What is DBMS?

DBMS का पूरा नाम “डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम” है। यह वह सॉफ़्टवेयर है जो डेटाबेस को संग्रहीत करना, प्रबंधित करना और अद्यतन करना सरल और प्रभावी बनाता है।

यह शायद आपको यह समझने में मदद करेगा कि डेटाबेस क्या है। डेटाबेस एक प्लेटफ़ॉर्म है जिसमें डेटा संग्रहीत किया जाता है। जैसे, आपके स्मार्टफ़ोन पर सभी संदेश, फ़ोटो और वीडियो एक डेटाबेस में संग्रहीत होते हैं।

DBMS की मुख्य उपयोगिता यह है कि यह डेटाबेस को बेहतरीन तरीके से प्रबंधित करने में मदद करता है। यह आपके डेटा को सुरक्षित रूप से संग्रहीत करता है, आपको डेटा ढूंढने और उस तक पहुंचने में मदद करता है, और डेटा को अद्यतन और संशोधित करने की अनुमति देता है।

DBMS का इतिहास | History of DBMS in Hindi

 

DBMS का इतिहास इस प्रकार है:

प्रारंभिक चरण (1960 से पूर्व): डीबीएमएस का प्रारंभिक चरण 1960 से पहले था जब कंप्यूटर तकनीक अभी भी धीरे-धीरे विकसित हो रही थी। इस समय डेटा को स्टोर करने के लिए विभिन्न तरीकों का उपयोग किया जाता था, जैसे फ़ाइल सिस्टम और स्प्रेडशीट।

हेराक्लीज़ और कोडासिल (1960-1970): डेटाबेस प्रबंधन का आधार 1960 और 1970 के दशक में डेटाबेस सिस्टम के माध्यम से चला जाता है, जिसमें हेराक्लीज़ और कोडासिल जैसे प्रमुख प्रयास शामिल थे। इस दौरान डेटाबेस के लिए विभिन्न मॉडल और तकनीकें विकसित की गईं।

रिलेशनल डेटाबेस (1970-1980): 1970 में, एडगर एफ. कोड ने रिलेशनल डेटाबेस मॉडल विकसित किया, जिससे एक नए डेटाबेस सिस्टम की शुरुआत हुई। इसमें डेटा को टेबल में संग्रहित किया जाता है और डेटा प्रबंधन के लिए SQL (स्ट्रक्चर्ड क्वेरी लैंग्वेज) का उपयोग किया जाता है।

बिजनेस डेटाबेस (1980-1990): 1980 के दशक में बड़े और जटिल डेटा संरचनाओं को संग्रहीत करने में सक्षम बिजनेस डेटाबेस सिस्टम का विकास देखा गया। इसमें ORACLE, IBM DB2 और Microsoft SQL Server जैसे उपयोगकर्ता-अनुकूल सिस्टम शामिल हैं।

वेब और डेटाबेस (2000 से वर्तमान): इंटरनेट के विकास और वेब अनुप्रयोगों की बढ़ती मांग के साथ, डेटाबेस सिस्टम भी विकसित हुए हैं। NoSQL डेटाबेस और बिग डेटा सिस्टम उभरे हैं, जो विशेष रूप से लाखों डेटा बिंदुओं को संग्रहीत करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।

DBMS के प्रकार | Types of DBMS

DBMS विभिन्न प्रकार के होते हैं, जिनमें डेटा को संग्रहीत करने, प्रबंधित करने और एक्सेस करने के विभिन्न तरीके होते हैं। ये प्रकार डेटाबेस की संरचना और इसका उपयोग कैसे किया जाता है इस पर निर्भर करते हैं। DBMS के कुछ प्रमुख प्रकार निम्नलिखित हैं:

1.रिलेशनल डीबीएमएस (RDBMS): यह डीबीएमएस का सबसे प्रसिद्ध प्रकार है, जिसमें डेटा को तालिकाओं के रूप में संग्रहीत किया जाता है। इसमें डेटा के बीच संबंध को भी प्रमुख बनाया गया है. इस प्रकार के DBMS के लिए डेटा प्रबंधन के लिए SQL (स्ट्रक्चर्ड क्वेरी लैंग्वेज) एक महत्वपूर्ण भाषा है। Oracle, MySQL, SQL Server और PostgreSQL इस प्रकार के DBMS के उदाहरण हैं।

2.ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड DBMS (OODBMS): इस प्रकार के DBMS में, डेटा को ऑब्जेक्ट के रूप में संग्रहीत किया जाता है, जिससे डेटा को अधिक संरचित तरीके से प्रबंधित किया जा सकता है। इसमें डेटा और अधिक जानकारी के बीच गुणात्मक संबंध होते हैं। OODBMS का उपयोग अक्सर विशेष अनुप्रयोगों और डेटा मॉडलिंग के लिए किया जाता है।

3.नेटवर्क डीबीएमएस (NDBMS): इस प्रकार के डीबीएमएस में डेटा को नेटवर्क के रूप में संग्रहीत किया जाता है। यह डेटा को बड़े पैमाने पर संग्रहीत करने और विभिन्न स्थानों से एक्सेस करने की अनुमति देता है। एनडीबीएमएस उन बड़ी कंपनियों और विभागों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जो बड़े डेटा को बेहद सुरक्षित रूप से संग्रहीत करना चाहते हैं।

4.हाइब्रिड DBMS: यह DBMS विभिन्न प्रकार के DBMS के गुणों को जोड़ता है। इसका एक उदाहरण माइक्रोसॉफ्ट एक्सेस है, जो छोटे पैमाने की परियोजनाओं के लिए उपयोगी हो सकता है।

5.कॉलमर डीबीएमएस (CDBMS): इस प्रकार के डीबीएमएस में डेटा को कॉलम के आधार पर संग्रहित किया जाता है, जिससे डेटा को प्रभावी ढंग से प्रबंधित किया जा सकता है।

6.दस्तावेज़ डीबीएमएस (DDBMS): इस प्रकार के डीबीएमएस में, डेटा को दस्तावेज़ों के रूप में संग्रहीत किया जाता है, जैसे कि JSON या XML प्रारूप में।

7.कीवर्ड DBMS (KVDBMS): यह DBMS NoSQL डेटाबेस जैसे कीवर्ड के आधार पर डेटा संग्रहीत करता है।

DBMS कैसे काम करता है | How DBMS Works

DBMS का काम

DBMS (डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम) एक सॉफ्टवेयर है जिसे डेटाबेस को स्टोर करने, प्रबंधित करने और एक्सेस करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य डेटा को सुरक्षित और संरचित तरीके से संग्रहीत करना है ताकि उपयोगकर्ता आसानी से डेटा तक पहुंच सकें और उसका उपयोग कर सकें।

DBMS का कार्य निम्नलिखित चरणों में होता है:

1.डेटा संग्रहण:

DBMS डेटा को विभिन्न तालिकाओं में संग्रहीत करता है, जिनमें एक रिलेशनल डेटाबेस में तालिकाओं का प्रारूप होता है। इन तालिकाओं में डेटा को अलग-अलग कॉलम और पंक्तियों में संग्रहीत किया जाता है।

2.डेटा प्रबंधन:

DBMS डेटा को प्रबंधित करने के लिए विभिन्न ऑपरेशन प्रदान करता है, जैसे डेटा जोड़ना, हटाना, अपडेट करना और खोजना। यहां एक महत्वपूर्ण बात यह है कि डीबीएमएस डेटा के सांख्यिकीय और साक्षरता ज्ञान की आवश्यकता के बिना डेटाबेस पर विभिन्न प्रकार के अपडेट ऑपरेशन कर सकता है।

3.डेटा अपडेट करना:

DBMS डेटा को अपडेट करने की अनुमति देता है। उपयोगकर्ता डेटा में बदलाव कर सकते हैं, जैसे नया डेटा जोड़ना, पुराने डेटा को संशोधित करना या डेटा हटाना।

4.डेटा सुरक्षा:

DBMS डेटा की सुरक्षा के लिए विभिन्न सुरक्षा प्रावधान प्रदान करता है। यह अनधिकृत पहुंच को रोकता है, और केवल अधिकृत उपयोगकर्ता ही डेटा तक पहुंच सकते हैं।

5.अन्य अनुप्रयोगों के साथ डेटा साझा करना:

DBMS डेटा को अन्य अनुप्रयोगों के साथ साझा करने की अनुमति देता है, जिससे एक ही डेटासेट को विभिन्न अनुप्रयोगों में उपयोग करने की अनुमति मिलती है।

6.डेटा बैकअप और रिकवरी:

DBMS डेटा का बैकअप बनाने और डेटा हानि की स्थिति में उसे पुनर्प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करता है, जिससे डेटा की सुरक्षा और अस्तित्व सुनिश्चित होता है।

SQL का उपयोग

डेटा निर्माण: DBMS प्रासंगिक डेटा के साथ एक पूर्व-तैयार डेटाबेस बनाता है। डेटाबेस में डेटा को टेबल्स में स्टोर किया जाता है और इन टेबल्स में डेटा को संरचना के आधार पर स्टोर किया जाता है।

SQL क्वेरी: एक बार जब डेटा मूल संरचना में संग्रहीत हो जाता है, तो उपयोगकर्ता SQL क्वेरी द्वारा डेटा पुनर्प्राप्त कर सकता है। SQL क्वेरी एक प्रकार का निर्देश है जिसमें डेटा की विशिष्ट खोज और पुनर्प्राप्ति के लिए जानकारी दी जाती है।

डेटा पुनर्प्राप्ति: DBMS SQL क्वेरी को संसाधित करता है और डेटाबेस से डेटा पुनर्प्राप्त करता है। SQL क्वेरीज़ का उपयोग सम्मिलित करने, चयन करने और बदलने के लिए किया जा सकता है।

डेटा संशोधन: उपयोगकर्ता SQL क्वेरी द्वारा डेटा को संशोधित कर सकता है। इसका मतलब है कि डेटा को अपडेट किया जा सकता है, या हटाया जा सकता है, या डेटाबेस में नया डेटा जोड़ा जा सकता है।

डेटा संग्रहण: DBMS डेटा को सुरक्षित रूप से संग्रहीत करता है। यह डेटा का बैकअप बनाने की सुविधा प्रदान करता है ताकि डेटा हानि के समय पुनर्प्राप्त किया जा सके।

डेटाबेस स्कीमा | Database Schema

डेटाबेस स्कीमा डेटाबेस में संग्रहीत डेटा की संरचना को परिभाषित करती है। यह परिभाषित करता है कि डेटाबेस में डेटा कैसे संग्रहीत किया जाता है, डेटा का आदान-प्रदान कैसे किया जाता है, और उपयोगकर्ता डेटा को कैसे पढ़, लिख और संशोधित कर सकते हैं।

डेटाबेस स्कीमा | database schema के कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं पर यहां चर्चा की गई है:

1.डेटाबेस संरचना (Database Structure): यह विशेष रूप से संदर्भित करता है कि डेटाबेस में किस प्रकार की तालिकाएँ होंगी, और वहाँ डेटा कैसे व्यवस्थित किया जाएगा। डेटाबेस स्कीमा परिभाषित करती है कि कौन से तालिका कॉलम समर्थित होंगे, वे किस डेटा प्रकार का समर्थन करेंगे, और रिश्ते कैसे प्राप्त किए जाएंगे।

2.डेटाबेस कॉन्फ़िगरेशन (Database Configuration): यह विशेष रूप से संदर्भित करता है कि डेटाबेस को कैसे कॉन्फ़िगर किया जाता है, जैसे कि सुरक्षा कैसे प्रबंधित करें, डेटा का बैकअप कैसे लें और डेटाबेस को कैसे प्रबंधित करें।

3.डेटाबेस अनुमतियाँ (Database Permissions): यह निर्दिष्ट करती है कि उपयोगकर्ताओं के पास किस प्रकार की पहुंच होनी चाहिए, और वे डेटाबेस के साथ क्या कर सकते हैं। डेटाबेस स्कीमा डेटाबेस ऑब्जेक्ट्स (तालिकाओं, दृश्य, प्रक्रियाएँ, आदि) के अधिकार निर्धारित करता है।

4.डेटाबेस संचालन (Database Operations): यह विशेष रूप से है कि डेटाबेस कैसे संचालित किया जाएगा, जैसे डेटा को पढ़ना, लिखना, संशोधित करना और हटाना। डेटाबेस स्कीमा यह निर्धारित करती है कि कौन किस प्रकार के ऑपरेशन का उपयोग कर सकता है।

5.डेटाबेस इंटीग्रिटी(Database Integrity): यह विशेष रूप से डेटाबेस में डेटा की वैधता को बनाए रखा जाएगा ताकि अमान्य या गलत डेटा का उपयोग न किया जा सके।

DBMS का आपके डेटा पर प्रभाव

DBMS का उपयोग डेटा प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह हमारे डेटा को सुरक्षित रूप से संग्रहीत करता है, हमें डेटा को अधिक संरचित तरीके से प्रबंधित करने की अनुमति देता है, और हमारे डेटा को अन्य एप्लिकेशन के साथ साझा करने की सुविधा प्रदान करता है।

यह सुनिश्चित करता है कि आपका डेटा सुरक्षित रखा जाए और आपके उपयोगकर्ताओं को सही समय पर सही जानकारी मिले।

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