IDE in hindi:-
IDE का पूरा नाम integrated development environment है. यह एक ऐसा सॉफ्टवेर एप्लीकेशन है जो कि developers को सॉफ्टवेर को develop, run, test तथा debug करने सुविधा प्रदान करता है.
दूसरे शब्दों में कहे तो, “IDE एक सॉफ्टवेर सूट है जो कि developers को सॉफ्टवेर को write तथा टेस्ट करने के लिए बेसिक टूल्स उपलब्ध करता है आम तौर पर, IDE एक कोड एडिटर, एक कम्पाइलर या इंटप्रेटर तथा एक डिबगर को contain किये रहता है.”
IDE में और भी features होते हैं जैसे इसके द्वारा हम code को ऑनलाइन स्टोर कर सकते है, कोड को format कर सकते हैं तथा code को optimize कर सकते हैं तथा इसमें बहुत सारे plugins तथा extension होते है जो कि rich application को बनाने में बहुत सहायक होते है.
IDE का टूलबार वर्ड प्रोसेसर की तरह दिखता है. इसे IDE इसलिए कहते है क्योकि सॉफ्टवेर एप्लीकेशन को विकसित करने के लिए जरुरी टूल्स को हम इसके द्वारा एक्सेस कर सकते है.
IDE components in hindi-
IDE के components निम्लिखित हैं:-
1- project window-
विंडो टाइटल project-project1 को हम project exploler कहते हैं तथा यह प्रोजेक्ट फाइल को contain किये हुए रहती है. हम project exploler window को आमतौर पर project exploler कहते है.
project exploler का toolbar तीन बटनों को contain किये रहता है जिसका नाम है view code,view object तथा toggle folders.
जब हम view code button को दबाते है तो इसमें visual basic code लिखने के लिए एक विंडो display होती है.
जब हम view object button को दबाते है तो वह एक form डिस्प्ले करता है.
toggle folders जो है वो forms फोल्डर को hide या show करता है.
2- tool bar (टूल बार)-
यह प्रोग्रामिंग करते वक़्त ज्यादातर प्रयोग किये जाने वाले commands का quick एक्सेस प्रदान करता है अर्थात हम इसके द्वारा ऐसे कमांड्स को जल्दी एक्सेस कर सकते है जो कि ज्यादातर प्रयोग में लाये जाते है.
हम toolbar में किसी button को क्लिक करके उससे सम्बंधित कार्य को परफॉर्म कर सकते है. हम tool bar की settings को view menu से बदल सकते है.
3- form designer- किसी सॉफ्टवेर एप्लीकेशन के लिए form objects बिल्डिंग ब्लॉक्स कि तरह होते है. यह वह विंडो होती है जिससे यूजर application की शुरुवात में interact करता है. forms की अपनी प्रॉपर्टीज, event तथा methods होती है इन्हें हम control कर सकते है. form window एक ऐसी विंडो होती है जहाँ हम अपनी application को draw करते है.
4- tool box(टूल बॉक्स)- tool box एक बहुत बड़ा box होता है जिसमे बहुत सारें अलग- अलग icons होते है. यह controls के लिए selection menu होती है इन controls का प्रयोग forms को customize करने के लिए किया जाता है.
controls जो है वह prepackaged कंपोनेंट्स होते है जिन्हें दोबारा से प्रयोग किया जा सकता है. जिससे हम programs जल्दी write कर सकते है.
इसके कुछ control निम्लिखित है:-
- pictureBox- यह control इमेज को डिस्प्ले करता है.
- label- यह control यूजर को uneditable text डिस्प्ले करता है. uneditable text मतलब वह text जिसे edit नहीं किया जा सकता.
- textBox – यह control user इनपुट को accept करने के लिए होता है.
- commandButton- यह control बटन को प्रदर्शित करता है.
- listBox- यह कंट्रोल items की list उपलब्ध कराता है
- comboBox- यह कंट्रोल items की short list उपलब्ध कराता है.
5- property window-
property window जो है वह forms या controls के लिए properties को डिस्प्ले करता है properties ऐट्रिब्यूट्स होती है जैसे- size,position आदि.
form की तरह control की भी अपनी यूनिक properties होती है कुछ properties जैसे width तथा hieght आदि दोनों में समान होती है परन्तु इसके आलावा अन्य properties अलग अलग होती है.
6 -menu bar- menu bar कमांड्स को डिस्प्ले करता है जो कि applications को बनाने में जरुरी होते है. यह एक horizontal पट्टी होती है जो कि स्क्रीन के उपर दिखायी देती है तथा ये menus के नाम contain किये रहता है.
file- यह project को open करने, बंद करने, प्रिंट करने आदि के options को contain किये रहता है.
edit- यह cut, paste, undo, delete, find आदि के options को contain किये रहता है.
view- यह IDE विंडोज तथा tool bar, को डिस्प्ले करने के options को डिस्प्ले करता है.
project- यह प्रोजेक्ट में features को डालने के options को डिस्प्ले करता है.
format- यह form के कंट्रोल को align तथा lock करने के options को contain किये रहता है.
debug- यह debugging के options को contain किये रहता है.
run- यह प्रोग्राम को execute, stop करने के options को contain किये रहता है.
diagram- यह डेटाबेस के डिजाईन को edit तथा view करने के options को contain किये रहता है.
tools– यह IDE tools के options को contain किये रहता है.
Add-ins- यह add-ins को use करने, install करने, remove करने के options को contain किये रहता है
windows- यह windows को arrange तथा डिस्प्ले करने के options को contain किये रहता है.
help- यह help लेने के options को contain किये रहता है.
7- form layout window-
form layout window यह दिखाता है कि आपका form मॉनिटर की स्क्रीन पर कहाँ डिस्प्ले होगा.
इसे भी पढ़ें:- OLE क्या है?
निवेदन:- अगर आपके लिए IDE की यह पोस्ट helpful रही हो तो मुझे कमेंट के द्वारा बताइए तथा इसे अपने दोस्तों के साथ share करें. धन्यवाद.