हेल्लो दोस्तों! आज हम इस पोस्ट में What is Joystick in Hindi (जॉयस्टिक क्या है?) के बारें में पढेंगे. इसे बहुत ही आसान भाषा में लिखा गया है. इसे आप पूरा पढ़िए, यह आपको आसानी से समझ में आ जायेगा. तो चलिए शुरू करते हैं:-
Joystick in Hindi – जॉयस्टिक क्या है?
- Joystick एक प्रकार का इनपुट डिवाइस होता है जिसका इस्तेमाल कंप्यूटर में game को control करने के लिए किया जाता है. अर्थात् इसका इस्तेमाल कंप्यूटर में games को खेलने के लिए किया जाता है.
- दूसरे शब्दों में कहें तो, “जॉयस्टिक एक pointing device है जिसका इस्तेमाल कंप्यूटर स्क्रीन पर कर्सर को घुमाने (move) के लिए किया जाता है।“
- यह एक हार्डवेयर डिवाइस है जिसका उपयोग माउस और कीबोर्ड के स्थान पर कर्सर को नियंत्रित (control) करने के लिए किया जाता है।
- जॉयस्टिक में एक तरह की छड़ी (stick) का उपयोग किया जाता है जिसकी मदद से यूजर कर्सर को किसी भी दिशा (direction) में घुमा सकता है।
- जॉयस्टिक का अविष्कार C. B. Mirick के द्वारा (U.S. Naval Research Laboratory) में किया गया था।
- इस डिवाइस में बटन होते है जो गेम को कण्ट्रोल करने में मदद करते है। इस डिवाइस का उपयोग ग्राफ़िक एप्लीकेशन में भी किया जा सकता है।
- ज्यादतर जॉयस्टिक सॉफ्टवेयर के साथ आते है जो यूजर को बटन के कार्यो को समझने में मदद करते है।
- Joystick को कंप्यूटर के साथ कनेक्ट करने के लिए सीरियल पोर्ट या USB कनेक्शन का इस्तेमाल किया जाता है।
- इस स्टिक का उपयोग gamers ज्यादतर सिमुलेटर और फ़्लाइंग एक्शन गेम्स को खेलने के लिए करते है।
- जॉयस्टिक बहुत से प्रकार के होते है जिन्हे हम अपने अलग अलग अंगो से नियत्रित कर सकते है। जैसे :- finger-operated joysticks (इसका इस्तेमाल हम उंगलियों के माध्यम से कर सकते है) , hand operated (इसका उपयोग हाथो से) , thumb-operated joysticks (अंगूठे से) आदि।
- यह स्टिक विकलांग लोगो के लिए भी फायदेमंद होती है क्युकी इनका उपयोग कीबोर्ड या माउस की तुलना में सरल है।
Types of Joystick in Hindi – जॉयस्टिक के प्रकार
इसके बहुत सारें प्रकार होते हैं जिनके बारें में नीचे बताया गया है:-
1- Digital Joystick (डिजिटल जॉयस्टिक)
यह एक सरल प्रकार का जॉयस्टिक है जिसका इस्तेमाल ज्यादतर सभी कंप्यूटर में किया जाता है। डिजिटल जॉयस्टिक को Atari-style के नाम से भी जाना जाता है। इसका उपयोग ज्यादतर घरेलू कंप्यूटरों में किया जाता है। इसका उपयोग पहली बार “अटारी 2600” वीडियो गेम में किया गया था।
2- Paddle controller (पैडल कंट्रोलर)
यह एक कंट्रोलर डिवाइस है जिसका उपयोग खेल को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है। यह सबसे पुराना जॉयस्टिक है जिसमे एक knob और firing button शामिल है। पुराने समय में इसका इस्तेमाल घरों में वीडियो गेम के लिया जाता था।
3- Analog joystick (एनालॉग जॉयस्टिक)
एनालॉग जॉयस्टिक में डिजिटल और पैडल दोनों joysticks की विशेषताए शामिल होती है अर्थात् डिजिटल और पैडल जॉयस्टिक को आपस में मिलाकर एनालॉग जॉयस्टिक बनाया जाता है । इस जॉयस्टिक का उपयोग Amiga, Apple, और IBM PC के द्वारा किया जाता है।
4- PC Analog (पीसी एनालॉग)
यह एक मॉडर्न जॉयस्टिक है जिसे IBM के द्वारा बनाया गया है। PC analog जॉयस्टिक को IBM ने अपने पर्सनल कंप्यूटर के साथ पेश किया था। इसे कंप्यूटर के साथ जोड़ने के लिए USB केबल का उपयोग किया जाता है। यह gamers के लिए काफी लोकप्रिय होती है जिसमे गेम को कण्ट्रोल करने के लिए कई प्रकार के बटन होते है।
Computer Joystick Ports in Hindi – कंप्यूटर जॉयस्टिक के पोर्ट
1- Game Port (गेम पोर्ट)
गेम पोर्ट में 15 पिन होती है। यह पोर्ट पहली बार 1981 में IBM कंप्यूटरों पर पाया गया था। इस पोर्ट को एनालॉग-टू-डिजिटल पोर्ट के नाम से भी जाना जाता है। इस पोर्ट का इस्तेमाल यूजर के द्वारा स्टीयरिंग व्हील, जॉयस्टिक, गेमपैड आदि जैसे डिवाइसों को जोड़ने के लिए किया जाता है। इसे जॉयस्टिक पोर्ट, गेम पोर्ट या गेम कंट्रोल एडॉप्टर भी कहते है।
2- Bluetooth (ब्लूटूथ)
यह एक तकनीक है जो जिसके माध्यम से डिवाइस वायरलेस तरीके से कंप्यूटर के साथ जुड़ते है। ब्लूटूथ के माध्यम से डिवाइस एक दुसरे के साथ कम्युनिकेशन कर सकते है। डिजिटल सहायक (digital assistant), स्मार्टफोन, कंप्यूटर, कीबोर्ड और माउस ऐसे डिवाइस है जो ब्लूटूथ का उपयोग करके अन्य डिवाइस के साथ कनेक्ट होते है।
3- Serial ports (सीरियल पोर्ट)
यह एक ऐसा पोर्ट है जो device को कंप्यूटर के साथ कनेक्ट करने के लिए DB-9 connector का इस्तेमाल करता है। Serial port का इस्तेमाल serial डेटा ट्रांसमिशन में किया जाता है। इसके अलावा इसका इस्तेमाल मॉडेम, माउस या कीबोर्ड जैसे डिवाइसों को कंप्यूटर के साथ जोड़ने के लिए किया जाता है। सीरियल पोर्ट एक सेकंड में 115 KB तक के डेटा को ट्रांसफर कर सकता है।
4- USB (यूएसबी)
यह एक प्रकार की केबल वायर होती है जिसके माध्यम से कंप्यूटर अन्य डिवाइस के साथ कम्युनिकेशन कर सकता है। USB केबल का उपयोग करके हम डेटा और फाइलों को एक डिवाइस से दुसरे डिवाइस में ट्रांसफर कर सकते है।
Advantages of Joystick in Hindi – जॉयस्टिक के फायदे
- जॉयस्टिक का वजन काफी हल्का होता है जिसके कारण इन्हे किसी स्थान में रखने के लिए यूजर को समस्याओ का सामना नहीं करना पड़ता।
- यह एक portable डिवाइस है जिसे एक स्थान से दुसरे स्थान में आसानी से ले जाया जा सकता है।
- इसमें एक या एक से अधिक push button मौजूद होते है जिन्हे कंप्यूटर के द्वारा आसानी से कण्ट्रोल किया जा सकता है।
- यह काफी तेज होते है जिसके कारण यूजर तेज गति से कंप्यूटर को कमांड दे पाता है।
- यह gamers के लिए काफी लोकप्रिय होते है जो gamers को गेम खेलने में मदद करते है।
- इसमें navigate करना आसान होता है।
Disadvantages of Joystick in Hindi – जॉयस्टिक के नुकसान
1- जॉयस्टिक मजबूत नहीं होते। यदि यूजर ज्यादा बल का प्रयोग करता है तो वह आसानी से टूट जाते है।
2- यदि इस डिवाइस का उपयोग अधिक मात्रा में किया जाता है तो बाहों (arms) में दर्द होने लगता है।
3- यह सभी ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए compatible (अनुकूल) नहीं होते।
Joystick क्या है?
यह एक input device है जिसका प्रयोग कंप्यूटर के कर्सर को कंट्रोल करने के लिए किया जाता है. इसका इस्तेमाल ज्यादातर gamers के द्वारा गेम खेलने के लिए किया जाता है.
जॉयस्टिक के प्रकार कितने होते हैं?
इसके बहुत सारें प्रकार होते हैं – जैसे कि- digital, analog, और Paddle आदि.
Reference:- https://www.techopedia.com/definition/31108/joystick
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