Keyboard क्या है, प्रकार,परिभाषा और इसका उपयोग

कीबोर्ड क्या है ? | What is keyboard?

What is keyboard in hindi

आजके समय में, डिजिटल युग ने हमारे जीवन को पूरी तरह से परिवर्तित कर दिया है। स्मार्टफ़ोन, कंप्यूटर, और लैपटॉप जैसे उपकरण हमारी दैनिक जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गए हैं, और इनके बिना हमारा कोई काम अधूरा सा लगता है।

इस डिजिटल युग में, कीबोर्ड एक महत्वपूर्ण उपकरण है जो हमें डिजिटल दुनिया में कुछ कहने और करने का माध्यम प्रदान करता है। यह हमारे कंप्यूटर से हमारे विचारों को शब्दों में बदलने में मदद करता है और हमें डिजिटल जगत में आगे बढ़ने का रास्ता दिखाता है।

इसलिए, हमारे डिजिटल युग में कीबोर्ड का महत्व अत्यधिक है, और यह एक महत्वपूर्ण टूल है जो हमारी डिजिटल यात्रा का हिस्सा बन गया है।

कीबोर्ड का अर्थ | Meaning of keyboard 

कीबोर्ड एक अंग्रेजी शब्द है, जो कंप्यूटर और डिजिटल उपकरण के इस उपकरण को दर्ज करने के लिए प्रयुक्त होता है। हिंदी में, इसे “कुंजीपटल” भी कहा जाता है।

इसमें मौजूद बटनों का क्रम टाइपराइटर के समान है लेकिन इसमें अधिक बटन हैं। जैसे फ़ंक्शन कुंजियाँ, संगीत नियंत्रण कुंजियाँ इत्यादि।

परिभाषा | Definition


Keyboard in hindi

कीबोर्ड एक प्रकार का डिजिटल उपकरण है जिसका आविष्कार कंप्यूटर और डिजिटल सिस्टम के लिए किया गया था। इसमें बटनों का एक अनूठा सेट और संग्रह होता है जिन्हें कीबोर्ड कुंजी कहा जाता है। कीबोर्ड का प्राथमिक कार्य इनपुट डेटा को कंप्यूटर या डिजिटल डिवाइस, जैसे टेक्स्ट, संदेश या अन्य जानकारी तक प्रसारित करना है।

कीबोर्ड बटन को कीबोर्ड कुंजी भी कहा जाता है, और प्रत्येक कुंजी के साथ एक विशेष वर्ण, संख्या या फ़ंक्शन जुड़ा होता है। जब हम कीबोर्ड पर बटन दबाते हैं, तो यह कंप्यूटर को अपना कमांड भेजता है और स्क्रीन पर विशेष अक्षर या संख्या प्रदर्शित करता है।

कीबोर्ड की यह प्रक्रिया डिजिटल सिस्टम के साथ टाइपिंग, दस्तावेज़ लेखन, ईमेल लिखने, गेमिंग और कई अन्य कार्यों के लिए हमारा स्वागत करती है। इसके बिना हमारा डिजिटल जीवन अधूरा लगता है।

कीबोर्ड के अविष्कारक | Inventor of the keyboard

कीबोर्ड के आविष्कारकों के बारे में जानने से पहले यह समझना जरूरी है कि कीबोर्ड का आविष्कार किसने किया था।

कीबोर्ड एक डिजिटल डिवाइस है जिसका मुख्य कार्य कंप्यूटर या अन्य डिजिटल डिवाइस में टेक्स्ट, संदेश और डेटा इनपुट करना है। इसका मतलब यह है कि जब भी हम कुछ भी टाइप करते हैं तो कीबोर्ड का उपयोग करते हैं।

कीबोर्ड के आविष्कारक क्रिस्टोफर लैथम शोल्स (Christopher Latham Sholes) हैं, जिन्होंने 19वीं शताब्दी के मध्य में कीबोर्ड को डिजाइन किया था। उन्होंने मिल्वौकी, विस्कॉन्सिन में एक कंपनी के लिए टाइपराइटर बनाने का काम किया और उनके काम ने मूल कीबोर्ड डिज़ाइन बनाने में मदद की।

क्रिस्टोफर लैथम के कीबोर्ड की खास बात यह थी कि उन्होंने कीबोर्ड को इस तरह डिजाइन किया था कि टाइपिंग स्पीड बढ़ जाए और टाइपिंग अपने आप हो जाए। उनके कीबोर्ड डिज़ाइन ने टाइपराइटिंग को सरल और तेज़ बना दिया और बाद में टाइपराइटर की लोकप्रियता बढ़ गई।

कीबोर्ड की बनावट | Types of Keyboard Layouts in Hindi

QWERTY कीबोर्ड लेआउट सबसे आम और लोकप्रिय प्रकार का कीबोर्ड लेआउट है। इसका नाम QWERTY इसकी पहली पंक्ति के पहले चार अक्षरों पर आधारित है। इस कीबोर्ड लेआउट के साथ काम करना आसान और सामान्य है और इसका व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।

हम इन सभी कीबोर्ड लेआउट को मोटे तौर पर दो वर्गों में बांट सकते है:

  1. QWERTY Keyboard Layout
  2. Non-QWERTY Keyboard Layout

1) QWERTY कीबोर्ड की विशेषताएं:

वर्णमाला व्यवस्था: ++QWERTY कीबोर्ड में अक्षरों की व्यवस्था सामान्य है, जैसे Q, W, E, R, T, और Y पंक्ति के पहले चार अक्षर हैं।

संख्याएँ: इसमें ऊपरी पंक्ति में संख्याएँ होती हैं, जो गणना करने के लिए आपके लिए उपयोगी होती हैं।

विशेष वर्ण: QWERTY कीबोर्ड में विशेष वर्णों के लिए ग्राफिकल और मुद्रित कुंजियाँ होती हैं, जो आपको स्माइली, पासवर्ड प्रतीक और अन्य विशेष वर्ण दर्ज करने में मदद करती हैं।

QWERTY कीबोर्ड का इतिहास:

QWERTY कीबोर्ड का इतिहास दिलचस्प है. यह कीबोर्ड लेआउट टाइपराइटर मशीनों के शुरुआती दिनों में उनके लिए डिज़ाइन किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य यह था कि जब आप तेज टेबल पर काम करते थे तो टाइपिंग स्पीड बहुत अधिक होने के कारण टाइपराइटर टाइपिंग की संभावना बनी रहती थी।

यदि आप QWERTY कीबोर्ड पर काम करते हैं, तो आप इसके लगभग 150 साल पुराने डिज़ाइन का उपयोग कर रहे हैं, और यह कीबोर्ड लेआउट का सबसे व्यापक और प्रचलित रूप है।

QWERTY कीबोर्ड आज भी बहुत लोकप्रिय है और इसका उपयोग कंप्यूटर, लैपटॉप और स्मार्टफ़ोन पर किया जाता है। इसकी संरचना को सीखना आपको डिज़ाइन के इतिहास में ले जाता है और आपको इसके मुख्य बटनों को समझने में मदद करता है।

2) Non-QWERTY कीबोर्ड की विशेषताएँ:

अक्षर व्यवस्था: Non-QWERTY कीबोर्ड लेआउट में, अक्षरों की व्यवस्था अक्षर क्षेत्र और उपयोगकर्ता की भाषा के आधार पर होती है।

संख्याएँ: संख्याएँ और अंक विशेष चरित्रों के साथ अलग हो सकते हैं, जिससे गणना और अन्य कार्यों को करने में मदद मिलती है।

विशेष चरित्र: Non-QWERTY कीबोर्ड लेआउट में विशेष चरित्रों के लिए आलेखिक और अंकित कुंजीयाँ हो सकती हैं, जो उपयोगकर्ताओं को उनकी भाषा और कार्य के अनुसार सही अक्षरों को दर्ज करने में मदद करती हैं।

कीबोर्ड में बटनों की संख्या | Number of keys in Keyboard

कीबोर्ड (keyboard) में बटनों की संख्या का मतलब है कि कीबोर्ड पर कितने बटन हैं और वे बटन कैसे व्यवस्थित हैं। बटनों की यह संख्या कीबोर्ड के प्रकार पर भी निर्भर करती है, क्योंकि विभिन्न प्रकार के कीबोर्ड में बटनों की संख्या अलग-अलग होती है।

एक सामान्य कीबोर्ड में हमें 104 से 110 कुंजियाँ मिलती हैं, जिनमें अक्षर, संख्याएँ, विशेष वर्ण और फ़ंक्शन कुंजियाँ शामिल होती हैं। इसके अतिरिक्त, कुछ कीबोर्ड पर आपको विशेष बटन भी मिल सकते हैं जैसे मल्टीमीडिया बटन, वॉल्यूम नियंत्रण और मेल बटन।

हालाँकि, गेमिंग कीबोर्ड आपको और भी अधिक बटन देते हैं, जिनमें मैकेनिकल कुंजियाँ, joystick और मैक्रो कुंजियाँ शामिल हो सकती हैं। ये बटन गेमर्स को अधिक अनुकूलन और त्वरित प्रतिक्रिया प्रदान करने में मदद करते हैं।

कीबोर्ड का उपयोग | keyboard usage

अब हम जानेंगे कि कीबोर्ड का उपयोग क्या है।

टाइपिंग:

इसका सबसे महत्वपूर्ण उपयोग टाइपिंग के लिए होता है। हम विभिन्न दस्तावेजों, ईमेल और संदेशों में अक्षरों, संख्याओं और प्रतीकों को टाइप करने के लिए कीबोर्ड का उपयोग करते हैं।

कंप्यूटर नेविगेशन:

कीबोर्ड पर कुछ कुंजियाँ कंप्यूटर नेविगेशन में उपयोग की जाती हैं, जैसे एरो कुंजी और टैब कुंजी, जो विभिन्न तत्वों के बीच नेविगेशन में मदद करती हैं।

कॉपी पेस्ट:

Ctrl + C और Ctrl + V कीबोर्ड संयोजन का उपयोग करके हम डेटा को कॉपी कर सकते हैं और इसे अन्य स्थानों पर पेस्ट कर सकते हैं।

मल्टीमीडिया नियंत्रण:

मल्टीमीडिया कीबोर्ड के जरिए हम वीडियो, गाने और फोटो को प्ले और कंट्रोल कर सकते हैं।

गेमिंग:

गेमर्स के लिए, खेलते समय कीबोर्ड एक महत्वपूर्ण प्लेयर है। गेमिंग कीबोर्ड में विशिष्ट गेमिंग नियंत्रण होते हैं।

कीबोर्ड का मतलब | Keyboard meaning in hindi

कीबोर्ड (Keyboard) को हिन्दी में कुंजीपटल कहते हैं।

कीबोर्ड के कार्य | Functions of Keyboard

कीबोर्ड (keyboard) के कार्य से तात्पर्य कीबोर्ड द्वारा किये जाने वाले कार्य से है। कीबोर्ड हमारे कंप्यूटर और डिजिटल उपकरणों के साथ आते हैं और हमें विभिन्न प्रकार के कार्य करने में मदद करते हैं। ये कार्य हमारे डिजिटल जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं:

टाइपिंग:

कीबोर्ड का मुख्य उपयोग टेक्स्ट और संदेश लिखना है। चाहे आप ईमेल लिख रहे हों, दस्तावेज़ का मसौदा तैयार कर रहे हों, या सोशल मीडिया पर स्टेटस अपडेट कर रहे हों, कीबोर्ड पर टाइप किए बिना हमारी डिजिटल बातचीत अधूरी रहती है।

गेमिंग:

गेमर्स के लिए, कीबोर्ड खेलने के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण है। विशेष गेमिंग कीबोर्ड में विशेष गेमिंग नियंत्रण होते हैं जो गेम खेलते समय बेहतर अनुभव प्रदान करते हैं।

डिजिटल नेविगेशन:

कीबोर्ड (keyboard) के बटनों का उपयोग डिजिटल मेनू, फ़ाइलों और फ़ोल्डरों को नेविगेट करने के लिए भी किया जा सकता है।

विशेष कार्य:

कुछ कीबोर्ड में विशेष बटन होते हैं जैसे संगीत नियंत्रण बटन, वॉल्यूम नियंत्रण और कीपैड बटन, जिनका उपयोग विशेष कार्यों के लिए किया जा सकता है।

फ़ंक्शन कुंजियाँ:

कीबोर्ड पर फ़ंक्शन कुंजियाँ होती हैं जिनका उपयोग विभिन्न कार्यों को करने के लिए किया जाता है, जैसे कॉपी, पेस्ट, अनुवाद और ब्राउज़िंग नियंत्रण।

कीबोर्ड के प्रकार | Types of Keyboard in Hindi

मुख्यतः कीबोर्ड (keyboard) दो ही प्रकार के होते हैं-

1.सीरियल कीबोर्ड (Serial Keyboard)

2.पैरेलल कीबोर्ड (Parallel Keyboard)

Types of Keyboard in Hindi:

1) सीरियल कीबोर्ड (Serial Keyboard) – 

सीरियल कीबोर्ड का अर्थ है कि कीबोर्ड कंप्यूटर से सीरियल कनेक्शन के माध्यम से डेटा प्रसारित करता है। यह एक प्राचीन प्रकार का कीबोर्ड है जिसका मुख्य डिज़ाइन एक श्रृंखला की तरह होता है, जिसमें डेटा बिट्स को एक के बाद एक भेजा जाता है।

सीरियल कीबोर्ड आमतौर पर पुराने कंप्यूटर सिस्टम में उपयोग किए जाते थे जो कीबोर्ड को प्रमुख इनपुट डिवाइस के रूप में स्वीकार करते थे। इनका उपयोग प्रारूपण, लेखन और नेविगेशन के लिए किया जाता था।

सीरियल कीबोर्ड आमतौर पर दो सीरियल पोर्ट (सीरियल कनेक्शन के लिए पोर्ट) के माध्यम से कंप्यूटर से जुड़े होते हैं। इन पोर्ट का उपयोग इसलिए किया गया क्योंकि इनके माध्यम से डेटा का पारस्परिक संचालन दोनों दिशाओं में किया जा सकता था।

हालाँकि, इन दिनों सीरियल कीबोर्ड का उपयोग कम होता जा रहा है, क्योंकि आधुनिक कंप्यूटर और लैपटॉप यूएसबी और वायरलेस इंटरफेस के साथ आते हैं, जो डेटा को तेजी से और आसानी से प्रसारित करने की अनुमति देते हैं।

इस प्रकार, सीरियल कीबोर्ड एक पुराना और प्राचीन प्रकार का कीबोर्ड है, जिसका उपयोग आज कम होता है, लेकिन यह इनपुट डिवाइस के इतिहास का एक हिस्सा रहा है।

2) पैरेलल कीबोर्ड (Parallel Keyboard) –

पैरेलल कीबोर्ड का मतलब है कि इस कीबोर्ड का डेटा कंप्यूटर के समानांतर या समकक्ष कनेक्शन के माध्यम से संचालित होता है। यानी इसमें डेटा बिट्स को एक ही समय में कंप्यूटर के माध्यम से बहुत तेजी से प्रसारित किया जाता है।

समानांतर कीबोर्ड (keyboard) एक पुराने प्रकार का कीबोर्ड है और इसका उपयोग पुराने पीसी सिस्टम के साथ किया जाता था। इन कीबोर्ड का मुख्य लक्ष्य कंप्यूटर पर एक साथ तेज और बड़ी मात्रा में डेटा भेजना था।

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