Machine to Machine (M2M) in Hindi – IoT – मशीन टू मशीन क्या है?

हेल्लो दोस्तों! आज हम इस पोस्ट में (Machine to Machine (M2M) in Hindi – मशीन टू मशीन क्या है?) के बारें में पढेंगे और इसके advantage तथा applications के बारें में भी जानेंगे. आप इसे पूरा पढ़िए, आपको यह आसानी से समझ में आ जायेगा. तो चलिए शुरू करते हैं:-

Machine to Machine (M2M) in Hindi

M2M का पूरा नाम Machine to Machine है. इसे machine to machine communication भी कहते हैं. M2M एक technology है जिसके द्वारा दो या दो से ज्यादा machines आपस में बिना इन्सान के interaction के communicate करती हैं.

दूसरे शब्दों में कहें तो, “Machine to Machine एक तकनीक है जिसके द्वारा दो या दो से अधिक devices आपस में बिना human interaction के data को exchange करती हैं.

M2M में कम्युनिकेशन wired और wireless होता है. Wireless का प्रयोग करने से M2M कम्युनिकेशन बहुत ही आसान हो जाता है और इसमें ज्यादा applications को connect किया जा सकता है.

यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण technology है जिसका प्रयोग घरों में और business में किया जाता है.

Machine to Machine एक पुरानी टेक्नोलॉजी है क्योंकि इसे wireless connection की आवश्यकता नहीं होती है. दो devices के मध्य wired connection को भी M2M connection समझा जाता है. वही IoT की बात करें तो इसमें केवल wireless connection की जरूरत होती है.

M2M communication के लिए बहुत सारें protocols का प्रयोग किया जाता है जैसे कि – ZigBee, Bluetooth, ModBus, M-Bus, Wireless M-Bus, Power Line Communication (PLC), 6LoWPAN, और IEEE 802.15.4 आदि.

M2M तकनीक का सबसे पहले प्रयोग manufacturing और industrial क्षेत्रों में किया गया था. उसके बाद इसका प्रयोग अन्य sectors में भी किया जाने लगा. जैसे कि – स्वास्थ्य के क्षेत्र में, बिज़नस में, और insurance (बीमा) के क्षेत्र में आदि.

Applications of M2M in Hindi – M2M के अनुप्रयोग

इसका प्रयोग निम्नलिखित जगहों पर किया जाता है:-

1:- Healthcare (स्वास्थ्य) में – स्वास्थ्य के क्षेत्र में M2M का प्रयोग बहुत किया जाता है. M2M devices के द्वारा मरीजों की real-time monitoring की जाती है. इसके द्वारा हॉस्पिटल automate (स्वचालित) किये जा सकते हैं जिससे कि उच्च स्तर का treatment (उपचार) किया जा सके.

इसमें ऐसे devices का प्रयोग किया जा सकता है जो emergency की स्थिति में इन्सान के स्थान पर काम कर सकें.

उदाहरण के लिए – कोई मरीज या कोई बुढा इन्सान अपने बिस्तर से नीचे गिर जाए तो ऐसी स्थिति में ये devices हॉस्पिटल के staff को alert कर देंगे. जिससे कि जल्दी उस मरीज की help की जा सके.

2:- Manufacturing (उत्पादन में) – किसी भी product को manufacture करने में M2M बहुत मदद करता है. किसी product को बनाने वाली जगह पर remote sensors लगे रहते हैं जो कि लगातार data को collect करते हैं और इस data को remote computers को भेज दिया जाता है. इसमें product का temperature, pressure आदि data को collect किया जाता है.

जब भी manufacture करने में कोई समस्या आती है तो business owners को उनके smart phone में alert कर दिया जाता है. जिससे कि वो समस्या को जल्द-से-जल्द solve कर पाते है.

3:- Home appliance (घरेलू उपकरण) में – आजकल ज्यादातर सभी घेरलू उपकरण smart हो गये हैं जैसे कि- smart tv, smart watch, washing machine आदि.

M2M technology का प्रयोग करके घेरलू उपकरणों को बनाया जा रहा है जिससे कि इन्सान की life की और भी आसान और comfortable हो गयी है.

LG और Samsung पहले से ही smart घेरलू उपकरणों को विकसित कर रहा है. उदाहरण के लिए – वाशिंग मशीन में M2M technology होती है जो यह बताती है कि कपडे धुल चुके है या फिर dry हो चुके हैं.

इस technology का उपयोग करके घर के तापमान को भी घटाया या बढाया जा सकता है.

4:- Retail में – retail में इसका प्रयोग wireless payment system में किया जाता है. इसका प्रयोग स्टोर में product को replace करने, vending machine management, parking meters, और digital signature करने में भी किया जाता है.

5:- Banking में – बैंकिंग में machine 2 machine का प्रयोग बहुत सामान्य बात हो गयी है. आजकल लोग mobile के द्वारा अपने पैसे को दूसरे account में send कर सकते है. लोग online payment का उपयोग भी बहुत अधिक कर रहे हैं.

सामान खरीदने से लेकर mobile रिचार्ज करने तक के लिए online payment का इस्तेमाल किया जाता है.

6:- Agriculture (कृषि) में – कृषि क्षेत्र में M2M का प्रयोग करके बहुत प्रकार का data इकट्ठा किया जा सकता है. जैसे कि – तापमान, बरसात, आद्रता (Humidity), हवा की गति, मिट्टी की गुणवत्ता, किटनाशकों का प्रभाव आदि. इस data को analyze करके कृषि की गुणवत्ता को बढ़ाया जा सकता है और पहले ही निर्णय लेकर भविष्य में नुकसान से बचा जा सकता है.

7:- Traffic Control (ट्रैफिक को नियंत्रित) करने में – traffic को control करने में इसका उपयोग किया जाता है. इससे गाड़ियों की रफ्तार का पता लगाया जाता है और traffic की मात्रा को भी analyze किया जाता है. जो गाडी traffic rules का पालन नहीं करती है उसे computer के द्वारा identify किया जाता है और उसका challan काट दिया जाता है.

How M2M works in Hindi – M2M कैसे काम करता है?

आज के समय में machine to machine बहुत तेजी से grow होने वाली technology है. क्योंकि M2M technology लाखों devices को एक single network में connect कर सकती है. इसमें बहुत सारीं devices सम्मिलित रहती है. जैसे कि – vending devices, घरों में प्रयोग होने वाली devices, automobile device, और medical devices आदि.

M2M network जो है वह LAN या WAN network की तरह ही समान होता है लेकिन M2M network का प्रयोग विशेष रूप से machines और sensors को कम्युनिकेशन प्रदान करने के लिए किया जाता है.

इसमें devices दूसरी devices से collect की हुई information को send करते हैं. Users, या कोई अन्य intelligent control unit, नेटवर्क का आकलन कर सकते है और नेटवर्क से जुड़े उपकरणों (devices) के लिए उचित निर्देश (instructions) जारी कर सकती है।

M2M नेटवर्क को user के द्वारा control और monitor किया जा सकता है और उसके बाद user आवश्यकता के अनुसार किसी machine को जरुरी instruction दे सकता है.

  • Characteristics of IoT in Hindi
  • Logical design of IoT in Hindi

M2M और IoT के मध्य अंतर

इनके मध्य अंतर निम्नलिखित हैं:-

M2M IoT
यह point-to-point कम्युनिकेशन को support करता है. यह cloud कम्युनिकेशन को support करता है.
इसमें devices इन्टरनेट कनेक्शन पर हमेशा निर्भर नहीं रहती हैं. इसमें devices हमेशा internet connection पर निर्भर रहती हैं.
यह ज्यादातर हार्डवेयर पर आधारित technology है. यह हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों पर आधारित technology है.
सामान्यतया इसमें machine एक समय में केवल एक machine से ही communicate कर सकती है. इसमें internet के माध्यम से बहुत सारें users एक्सेस कर सकते हैं.
यह open APIs को सपोर्ट नहीं करता है. यह open APIs को सपोर्ट करता है.

Advantage of M2M in Hindi

इसके लाभ निम्नलिखित हैं:-

  1. M2M communication को cellular networks के द्वारा support किया जाता है.
  2. इसे maintain करना आसान होता है.
  3. इसका प्रयोग हम घरो में और business में दोनों जगहों पर कर सकते हैं.
  4. इस कम्युनिकेशन की range उच्च होती है, इसकी कम latency होती है, इसका throughput उच्च होता है, और यह कम energy लेता है.
  5. IoT networks में आने वाली security और privacy की समस्या को M2M technology का प्रयोग करके solve किया जाता है.
  6. इसमें बहुत बड़ी मात्रा के data को collect और process किया जा सकता है.
  7. यह product और services की quality को बेहतर बना देता है.
  8. यह decision-making को आसान बना देता है क्योंकि इसमें real time में data को इक्कठा किया जाता है और communicate किया जाता है.

References:- https://profile.iiita.ac.in/bibhas.ghoshal/IoT_2019/Lecture_Slides/Chapter-3.pdf

निवेदन:- मुझे उम्मीद है कि यह आर्टिकल आपके लिए useful रहेगा. इसे अपने friends और classmates के साथ अवश्य share कीजिये. और आपके internet of things से सम्बन्धित कोई सवाल हो तो उसे नीचे comment करके बताइए. keep learning..

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