नमस्कार दोस्तों! आज हम इस पोस्ट में Product Development Steps in Hindi (प्रोडक्ट को विकसित करने के पद) के बारें में पढेंगे. आप इसे पूरा पढ़िए आपको यह आसानी से समझ में आ जायेगा.
Product in Hindi – प्रोडक्ट क्या है?
- product एक service या कोई एक वस्तु हो सकती है. यह physical या virtual हो सकती है.
- कोई भी product एक process से बनता है जो कि market को लाभ प्रदान करता है अर्थात् प्रोडक्ट market के लिए benefit देता है.
- किसी भी प्रोडक्ट को बनाने में एक लागत (cost) लगती है और उसे एक price (दाम) में बेचा जाता है. प्रोडक्ट का price प्रोडक्ट की quality, उसकी marketing तथा उसकी market आदि पर निर्भर करती है.
Product Development Steps in Hindi – प्रोडक्ट को विकसित करने के पद
किसी भी नए प्रोडक्ट को बनाने की 8 steps (stages) होती है जो निम्नलिखित है.
1:- idea generation
2:- idea screening
3:- concept testing
4:- business analysis
5:- product development
6:- test marketing
7:- commercialization
8:- introduction
1:- idea generation:- नए प्रोडक्ट को विकसित करने का यह पहला step होता है. इसमें नए प्रोडक्ट के लिए ideas को जनरेट किया जाता है. प्रोडक्ट के ideas को निम्नलिखित तरीके से जनरेट किया जाता है.
- employees से पूछ करके, विशेषकर उन employees से पूछा जाता है जो regular basis पर customers से deal करते है.
- कस्टमर से फीडबैक लेकर अर्थात जो वर्तमान में प्रोडक्ट है उनका फीडबैक लिया जाता है.
- marketing research करके.
- competitors के नए प्रोडक्ट को study करके.
- online survey बनाकर हम कस्टमर से प्रोडक्ट के ideas ले सकते है.
2:- idea screening:- idea screening स्टेज में हम product ideas की list बनाते है और उन ideas को कंपनी के decision makers के साथ share करते है.
इसमें प्रत्येक ideas के फायदे तथा नुकसान को भलीभांति evaluate किया जाता है.
ideas को evaluate (मूल्यांकित) करने के बहुत सारें factors होते है जैसे:- product से revenue कितना जनरेट होगा, प्रोडक्ट की लागत क्या होगी तथा इसको बनाने के लिए resources क्या क्या लगेंगे.
3:- concept testing:- नए product को बनाने का यह तीसरा स्टेप है इसे idea screening के बाद किया जाता है.
किसी भी प्रोडक्ट के concept को टेस्ट करने के लिए कुछ consumers का एक समूह बनाया जाता है और उनसे पूछा जाता है कि उनकी नए product के बारें में क्या राय है. उनसे यह भी पूछा जाता है कि आप इस प्रोडक्ट को पसंद करेंगे या नहीं.
यदि ज्यादातर consumers का reaction और फीडबैक positive रहता है तो प्रोडक्ट को आगे develop किया जाता है अन्यथा नहीं.
4:- business analysis:- अब हमारे प्रोडक्ट का concept टेस्ट हो गया है. अब हम इस business को analysis करेंगे.
इसमें हम marketing, branding, तथा business strategy को decide करते है.इसमें हम यह analysis करते है कि प्रोडक्ट को बनाने की cost क्या होगी तथा यह estimate करते है कि इस product से कितना profit होगा.
5:- product development:- इस स्टेज में, कंपनी market में नए product को introduce करने का निर्णय लेती है.
production team प्रोडक्ट को बनाने का पूरा प्लान तैयार करती है और जो advertising team होती है वह नए प्रोडक्ट के advertisment plan को तैयार करती है.
6:- test marketing:- test marketing का मतलब है कि नए प्रोडक्ट को छोटे पैमाने पर बहुत छोटी market में launch करना.
यदि छोटी market में नया प्रोडक्ट launch हो गया तो फिर उसे बड़े पैमाने में launch किया जा सकता है. यदि किसी कारणवश product fail हो गया तो product में बदलाव करके दुबारा उसे launch किया जाता है.
test marketing बहुत ही आवश्यक है क्योंकि अगर कंपनी बड़े पैमाने पर प्रोडक्ट को पहले ही launch कर देगी और वह प्रोडक्ट fail हो जाए तो कंपनी को बहुत नुकसान होगा. इसलिए प्रोडक्ट को छोटे market में टेस्ट करना बहुत आवश्यक है.
7:- commercialization:- यदि test market में प्रोडक्ट सफल हो गया तो कंपनी उसे बड़े पैमाने पर launch करती है.
और पुरे देश में प्रोडक्ट के बारें में बताने तथा उस प्रोडक्ट के बारें में अधिक से अधिक लोग जाने, इसके लिए कंपनी advertisment का प्रयोग करती है
वह प्रोडक्ट का advertisement को टेलीविज़न, वेबसाइटों, अखबारों, youtube आदि में करती है. जिससे लोगो को इसके बारें में पता चलता है और जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग इस product को खरीदते है.
8:- introduce:- इस स्टेज में actual product को market में launch कर दिया जाता है. प्रोडक्ट को launch करने के लिए एक detailed plan की आवश्यकता होती है जिससे कि प्रोडक्ट से maximum फायदा मिल सकें. इस स्टेज में प्रोडक्ट में क्या कमियां है उनको भी address किया जाता है और प्रोडक्ट के बारें consumers के reviews को भी समझा जाता है जिससे कि उसे और बेहतर बनाया जा सकें.
इसे भी पढ़ें:-
- CRM क्या है?
- SCM क्या है?
आप नीचे इसकी youtube विडियो भी देख सकते है
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