हेल्लो दोस्तों! आज हम इस पोस्ट में Analog and Digital Sound in Hindi (एनालॉग और डिजिटल साउंड क्या है?) के बारें में पढेंगे. इसे बहुत ही आसान भाषा में लिखा गया है. इसे आप पूरा पढ़िए, यह आपको आसानी से समझ में आ जायेगा. तो चलिए शुरू करते हैं:
Analog Sound in Hindi – एनालॉग साउंड क्या है?
- एनालॉग साउंड एक ऐसा साउंड है जो समय के अनुसार लगातार बदलते रहता है।
- एनालॉग साउंड लगातार समय के साथ बदलते रहता है इसलिए इसे निरंतर (continuous) sound भी कहा जाता है.
- एनालॉग साउंड को natural (प्राकृतिक) साउंड भी कहा जाता है क्योंकि प्रकृति में मौजूद सभी ध्वनिया एनालॉग साउंड का उदहारण है। उदहारण के लिए इंसानो का आपस में बातचीत करना , चिड़िया की आवाज , पेड़ों की ध्वनि आदि।
- एनालॉग साउंड को दर्शाने के लिए Sine Waves (साइन तरंगो) का इस्तेमाल किया जाता है।
- एनालॉग साउंड की निरंतर तरंगो को रिकॉर्ड के लिए एनालॉग रिकॉर्डिंग सिस्टम की आवश्यकता पड़ती है।
Digital Sound in Hindi – डिजिटल साउंड क्या है?
- डिजिटल साउंड एक ऐसा साउंड है जो समय के अनुसार लगातार नहीं बदलता है.
- डिजिटल साउंड एक discrete (अनिरंतर) साउंड होता है. इसे बाइनरी (0,1) के द्वारा प्रदर्शित किया जाता है.
- डिजिटल साउंड सभी डिजिटल डिवाइसों में मौजूद होता है। उदहारण के लिए- टीवी से आ रही ध्वनि एक डिजिटल साउंड है , आपके मोबाइल फ़ोन से आ रही ध्वनि एक डिजिटल साउंड है।
- डिजिटल साउंड का एक ऐसा साउंड है जिसका इस्तेमाल डिजिटल डिवाइसों जैसे (टीवी , रेडियो , स्मार्ट फ़ोन, कंप्यूटर , लेपटॉप आदि) में किया जाता है।
- डिजिटल साउंड को स्टोर करने के लिए ज्यादा मेमोरी स्पेस की आवश्यकता पड़ती है।
- इस साउंड को वर्गाकार तरंगो (square waves) के द्वारा दर्शाया जाता है।
Difference between Analog & Digital Sound in Hindi – एनालॉग और डिजिटल ध्वनि में अंतर
Analog Sound और Digital Sound के बीच के अंतर को हम नीचे दी गयी टेबल के आधार पर आसानी से समझ सकते हैं:-
एनालॉग साउंड | डिजिटल साउंड |
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एनालॉग साउंड एक continuous (निरंतर) साउंड है क्योंकि यह साउंड समय के साथ लगातार बदलते रहता है. | डिजिटल साउंड एक discrete (अनिरंतर) साउंड है क्योंकि यह समय के साथ लगातार नहीं बदलता है. |
एनालॉग साउंड में निरंतर तरंगे (continuous waves) होती है। | डिजिटल साउंड में अनिरंतर तरंगे (discrete waves) होती है। |
इसे sine wave (साइन तरंग) के द्वारा दर्शाया जाता है. | इसे square wave (वर्गाकार तरंग) के द्वारा दर्शाया जाता है. |
यह ध्वनि प्रकर्ति में मौजूद होती है। | यह ध्वनि डिजिटल डिवाइसों में मौजूद होती है। |
एनालॉग साउंड का इस्तेमाल दुबारा करने पर इसकी क्वालिटी कम हो जाती है. | डिजिटल साउंड का इस्तेमाल दुबारा करने पर इसकी क्वालिटी कम नहीं होती. |
एनालॉग साउंड एक तरंग के रूप में डेटा को एक स्थान से दुसरे स्थान में ट्रांसफर करता है। | डिजिटल साउंड बाइनरी रूप में डेटा को ट्रांसफर करता है। |
इसके उदहारण :- मानव की आवाज, चिड़िया की आवाज, कुत्ते या बिल्ली की आवाज आदि। | इसके उदहारण :- कंप्यूटर की आवाज, मोबाइल फ़ोन की आवाज, टीवी की आवाज आदि। |
इसका उपयोग केवल एनालॉग डिवाइसों जैसे (घड़ी, और स्टीम इंजन आदि) में किया जा सकता है। | इसका इस्तेमाल डिजिटल डिवाइसों जैसे (टीवी, मोबाइल, और कंप्यूटर आदि) में किया जा सकता है। |
एनालॉग साउंड को डिजिटल साउंड में बदलने के लिए Analog to Digital Converter का इस्तेमाल किया जाता है. | डिजिटल साउंड को एनालॉग साउंड में बदलने के लिए Digital to Analog Converter का इस्तेमाल किया जाता है. |
इसे पढ़ें:-
- साउंड रिकॉर्डिंग क्या है?
- माइक्रोफोन क्या है?
- साउंड फाइल फॉरमेट क्या है और इसके प्रकार
Exam में पूछे जाने वाले प्रश्न –
एनालॉग और डिजिटल साउंड क्या होता है?
एनालॉग साउंड को बनाने के लिए माइक्रोफोन द्वारा रिकॉर्ड किया जाता है लेकिन डिजिटल साउंड को बनाने के लिए एनालॉग सिग्नल को डिजिटल सिग्नल में परिवर्तित किया जाता है। एनालॉग साउंड ध्वनि को रिकॉर्डिंग तकनीक के शुरुआती दिनों में बनाया गया था।
सबसे अच्छा एनालॉग या डिजिटल कौन सा है?
डिजिटल साउंड में बेहतर संचरण दर , शोर का कम प्रभाव, कम विरूपण होता है। वे कम खर्चीले और अधिक लचीले होते हैं। गुणवत्ता, संचरण की बेहतर दर और डिजिटल साउंड की कम खर्चीली प्रकृति इसे एनालॉग साउंड से बेहतर बनाती है।
Reference:- https://www.diffen.com/difference/Analog_vs_Digital
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