hello दोस्तों! आज मैं आपको इस article में what is Thyristor (SCR) in hindi के बारें में विस्तार से बताऊंगा और इसकी कार्यविधि, और अनुप्रयोगों को भी पढेंगे तो चलिए शुरू करते हैं:
what is Thyristor (SCR) in hindi
thyristor को SCR (silicon controlled rectifier) भी कहा जाता है. यह एक बहुपरत अर्धचालक युक्ति है. इसमें चार परत p और n प्रकार के पदार्थों की होती है जो कि एक के बाद एक लगे रहते हैं. इसमें तीन pn जंक्शन होते हैं.
thyristor में तीन टर्मिनल होते हैं anode, cathode और gate. gate जो है वह cathode के पास वाले p प्रकार के क्षेत्र से जुड़ा रहता है.
डायोड की तरह ही thyristor भी unidirectional युक्ति है और एक ही दिशा में धारा प्रवाहित होने देता है. इसका उपयोग amplification में नहीं किया जा सकता है.
यह एक bistable switch की तरह कार्य करता है.
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working of SCR (thyristor) in hindi
एक SCR की कार्यविधि में इसकी कुछ अवस्थाएं होती हैं-
Reverse blocking- इस अवस्था में thyristor एक रिवर्स बायस डायोड की तरह धारा का अवरोध करता है. इस अवस्था में यह सिर्फ एक दिशा में चालन करता है और विपरीत दिशा में अवरोध करता है.
forward blocking- इस अवस्था में thyristor इस प्रकार कार्य करता है कि ये forward धारा को अवरोध करता है. सामान्य डायोड इस तरह की धारा को प्रवाहित होने देता है परन्तु thyristor इसको अवरोधित कर देता है. इस अवस्था में SCR “turn ON” अवस्था में नहीं होता है.
forward conducting- इस अवस्था में thyristor चालन करने लगता है क्योंकि gate पर धारा लागु कर दी जाती है. इस अवस्था में यह चालन करते रहता है चाहे gate पर कोई भी अवस्था हो. thyristor को उत्तेजित करने के लिए ही gate पर धारा लागू की जाती है. यह चालन करना तब बंद करता है जब forward धारा होल्डिंग धारा से कम हो जाती है.
two transistor analogy of thyristor
thyristor में चार अर्धचालक क्षेत्र होते हैं. P,N,P,N. इसको हम दो आपस में जुड़े हुए ट्रांजिस्टर की तरह मान सकते हैं. जिसमे एक pnp transistor(Q1) और एक npn transistor(Q2) होता है. Q1 का emitter SCR के anode टर्मिनल की तरह कार्य करता है और Q2 का emitter SCR के cathode की तरह कार्य करता है. Q1 का base Q2 के कलेक्टर से जुड़ा रहता है. और Q1 का कलेक्टर Q2 के base से जुड़ा रहता है. SCR का gate टर्मिनल Q2 के base से जुड़ा रहता है.
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applications of SCR in Hindi (अनुप्रयोग)
- इसका प्रयोग power switching circuit में होता है.
- जीरो वोल्टेज switching circuit में भी इसका प्रयोग किया जाता है.
- controlled rectifier में इसका उपयोग किया जाता है.
- इसका use इन्वर्टर में भी किया जाता है.
- AC और DC की गति नियंत्रण में SCR का उपयोग किया जाता है.
- light dimmers में भी SCR का प्रयोग किया जाता है.
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