इस article में आप सप्लाई चैन मैनेजमेंट क्या है? (what is scm in hindi) के बारें में पढने वाले है तथा इसकी प्रोसेस तथा लाभ को भी पढेंगे।
Supply chain management (SCM) in hindi
supply chain management एक मैनेजमेंट है जिसमें सही प्रोडक्ट को सही समय में, सही मात्रा के साथ सही उपभोक्ता को डिलीवर (deliver) किया जाता है.
दुसरें शब्दों में कहें तो, “SCM एक वैश्विक (global) नेटवर्क है जिसका प्रयोग उत्पाद (product) को डिलीवर करने में किया जाता है.”
सप्लाई चैन मैनेजमेंट की प्रक्रिया, उत्पादक (manufacturer) से थोक विक्रेता (wholesaler), थोक विक्रेता से फुटकर विक्रेता (retailer) तथा फुटकर विक्रेता से ग्राहक तक की है.
सप्लाई चैन मैनेजमेंट में, केवल उत्पादों को ही chain के द्वारा सप्लाई नहीं किया जाता बल्कि प्रोडक्ट के साथ कोई डेटा (जैसे:- payment की जानकारी, प्रोडक्ट टाइटल आदि) भी सप्लाई हो जाता है.
SCM सिस्टम जो है वह इन्टरनेट, extranets, या विशिष्ट SCM सॉफ्टवेर का प्रयोग करके विकसित किये जाते है.
SCM को भली-भांति समझने के लिए हमें निम्न को समझना होगा.
• supplier (आपूर्तिकर्ता):- एक supplier जो है वह raw material उपलब्ध कराता है जिससे कि
प्रोडक्ट का निर्माण किया जाता है.
supplier जो है वह vendor से पूरी तरह भिन्न होता है, supplier किसी कंपनी को raw materials सप्लाई करता है जबकि vendor प्रोडक्ट्स को customers को बेचता है.
• manufacturer (उत्पादक):- एक उत्पादक वह होता है जो आपूर्तिकर्ता से raw material प्राप्त
करता है तथा उससे प्रोडक्ट का निर्माण करता है.
• customer (ग्राहक):- ग्राहक वह होता है जो निर्मित हुए प्रोडक्ट को प्राप्त करता है तथा यह
सप्लाई chain का अंतिम लिंक होता है.
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stages of SCM in hindi
इसके निम्नलिखित 5 चरण होते है.
1:- PLAN:- आर्गेनाईजेशन का जो मुख्य लक्ष्य है उसको ध्यान में रखते हुए SCM की पूरी प्रक्रिया को प्लान किया जाता है. संगठन द्वारा ग्राहकों की उत्पाद सम्बन्धित जरूरतों को कैसे पूरा किया जाएँ? प्लान में इस बात पर भी जोर दिया जाना चाहिये.
2:- Develop:- इस प्रक्रिया का मुख्य अवयव suppliers के साथ रिश्तों को मजबूती से विकसित करना है. जो सम्भावित suppliers होते है उनके साथ तब अनुबंध (contract) किया जाता है तथा payment, डिलीवरी की स्थिति, जगह, एवम् वाहन को finalize किया जाता है.
3:- Make:- उत्पाद को पूर्णतया निर्मित किया जाता है तथा फिर इस उत्पाद की टेस्ट एवम पैकेजिंग की जाती है फिर इसको बाजार में उतार दिया जाता है.
4:- Deliver:- उत्पाद को end customer तक विभिन्न माध्यम से पहुँचाया जाता है.
5:- Return:- जब उत्पाद ग्राहक को मिल जाता है अगर उत्पाद में उसे कोई डिफेक्ट प्राप्त होता है तो वह उसे वापस कर देता है.
benefits (advantage) of Supply Chain Management in hindi
इसके निम्नलिखित लाभ है:-
1:- इसमें डेटा ट्रान्सफर ऑनलाइन होता है जिससे कागजी कार्यवाही नही करनी पडती है.
2:- इससे wholeseller तथा distributor संतुष्ट होते है क्योंकि प्रोडक्ट सही समय में सही व्यक्ति को प्राप्त होता है.
3:- इसमें गलतियों की सम्भावना बहुत कम होती है.
4:- यह बहुत सस्ता है.
5:- इसमें प्रोडक्ट की डिलीवरी की गति बहुत तेज तथा तर्कयुक्त है.
6:- क्वालिटी बहुत ही अच्छी होती है.
7:- एक कुशल SCM क्वालिटी को बनाये रखता है तो वह कस्टमर को satisfy कर देता है.
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